टेंडिनिटिस
टेंडिनिटिस क्या हैं?
टेंडिनिटिस (Tendinitis) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के किसी टेंडन (tendon) में सूजन आ जाती है। टेंडन रेशेदार ऊतक होते हैं जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ते हैं। टेंडिनिटिस के कारण प्रभावित टेंडन में दर्द, अकड़न और कोमलता हो सकती है। यह आमतौर पर अति प्रयोग या अचानक चोट के कारण होता है।
टेंडिनिटिस के सामान्य लक्षण:
- प्रभावित टेंडन के साथ दर्द और कोमलता, जो अक्सर हिलने पर बढ़ जाती है।
- सूजन।
- टेंडन हिलने पर किरकिरी महसूस होना।
- टेंडन पर गांठ बनना।
- प्रभावित क्षेत्र में कमजोरी।
- गति की सीमा कम होना।
टेंडिनिटिस के सामान्य कारण:
- बार-बार एक ही तरह की हरकतें करना।
- अचानक से बहुत अधिक तनाव डालना।
- खेलकूद या व्यायाम के दौरान गलत तकनीक का उपयोग करना।
- उम्र बढ़ना, क्योंकि टेंडन की लोच कम हो जाती है।
- कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ, जैसे कि रुमेटीइड गठिया या मधुमेह।
टेंडिनिटिस का उपचार:
टेंडिनिटिस का उपचार आमतौर पर आराम, बर्फ लगाना, दबाव डालना और ऊंचाई (RICE) के सिद्धांतों पर आधारित होता है। इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित उपचार विधियाँ भी उपयोग की जा सकती हैं:
- दर्द निवारक दवाएं: आइबुप्रोफेन या नेप्रोक्सन जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं।
- स्टेरॉयड इंजेक्शन: कुछ मामलों में, डॉक्टर सूजन को कम करने के लिए प्रभावित टेंडन के आसपास स्टेरॉयड इंजेक्ट कर सकते हैं। हालांकि, बार-बार इंजेक्शन टेंडन को कमजोर कर सकते हैं।
- भौतिक चिकित्सा (फिजिकल थेरेपी): व्यायाम और स्ट्रेचिंग टेंडन को मजबूत करने और लचीलापन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
- प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (PRP) थेरेपी: इस उपचार में रोगी के अपने रक्त से प्लेटलेट्स निकालकर प्रभावित क्षेत्र में इंजेक्ट किया जाता है ताकि उपचार को बढ़ावा दिया जा सके।
- सर्जरी: दुर्लभ मामलों में, यदि अन्य उपचार प्रभावी नहीं होते हैं, तो क्षतिग्रस्त टेंडन की मरम्मत के लिए सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
टेंडिनिटिस के कारण क्या हैं?
टेंडिनिटिस के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
अति प्रयोग (Overuse):
- बार-बार एक ही तरह की हरकतें करना, जैसे कि खेलकूद, काम या शौक के दौरान। यह टेंडन पर तनाव डालता है और सूजन का कारण बन सकता है।
- अचानक से गतिविधि की तीव्रता या अवधि बढ़ाना।
- पर्याप्त आराम के बिना बहुत अधिक व्यायाम करना।
चोट (Injury):
- टेंडन पर अचानक से झटका या दबाव पड़ना, जैसे कि गिरना या सीधा प्रहार।
उम्र बढ़ना (Age):
- उम्र के साथ टेंडन कम लचीले हो जाते हैं और चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।
चिकित्सीय स्थितियाँ (Medical Conditions):
- कुछ बीमारियाँ, जैसे कि रुमेटीइड गठिया, गाउट, मधुमेह और थायरॉइड विकार, टेंडिनिटिस के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
दवाएं (Medications):
- कुछ दवाएं, जैसे कि फ्लोरोक्विनोलोन एंटीबायोटिक्स और कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, टेंडन को कमजोर कर सकती हैं और टेंडिनिटिस का कारण बन सकती हैं।
शरीर यांत्रिकी (Body Mechanics):
- खराब मुद्रा, गलत तकनीक से व्यायाम करना या काम करना, और शरीर की बनावट संबंधी समस्याएं (जैसे कि सपाट पैर) टेंडन पर अतिरिक्त तनाव डाल सकती हैं।
अन्य कारक:
- कमजोर मांसपेशियां।
- मोटापा।
- खराब उपकरण (जैसे कि खराब जूते)।
- ठंडी मौसम की स्थिति में व्यायाम करना।
टेंडिनिटिस के संकेत और लक्षण क्या हैं?
टेंडिनिटिस के संकेत और लक्षण प्रभावित टेंडन के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य संकेत और लक्षण शामिल हैं:
- दर्द: प्रभावित टेंडन के साथ दर्द, जिसे अक्सर सुस्त दर्द के रूप में वर्णित किया जाता है जो गतिविधि के साथ बढ़ जाता है। दर्द अचानक और तेज भी हो सकता है, खासकर अगर चोट लगी हो।
- कोमलता: प्रभावित क्षेत्र को छूने पर कोमलता महसूस होना।
- अकड़न: प्रभावित जोड़ में अकड़न, खासकर सुबह या आराम के बाद।
- सूजन: प्रभावित टेंडन के आसपास हल्की सूजन।
- गति की सीमा में कमी: प्रभावित जोड़ को हिलाने में कठिनाई।
- किरकिरी सनसनी: टेंडन को हिलाने पर किरकिरी या चटकने जैसी सनसनी महसूस होना।
- कमजोरी: प्रभावित क्षेत्र में कमजोरी महसूस होना।
- गांठ: कुछ मामलों में, टेंडन पर एक छोटी सी गांठ बन सकती है।
- गर्मी और लालिमा: सूजन के कारण प्रभावित क्षेत्र में गर्मी और लालिमा महसूस हो सकती है, हालांकि यह हमेशा मौजूद नहीं होता है।
टेंडिनिटिस का खतरा किसे अधिक होता है?
टेंडिनिटिस का खतरा निम्नलिखित लोगों में अधिक होता है:
शारीरिक गतिविधि और जीवनशैली:
- एथलीट: जो ऐसे खेलों में भाग लेते हैं जिनमें बार-बार एक ही तरह की हरकतें होती हैं, जैसे कि दौड़ना, टेनिस, गोल्फ, बास्केटबॉल और तैराकी।
- श्रमजीवी: जिनके काम में दोहराव वाली हरकतें, भारी सामान उठाना, अजीबोगरीब मुद्राएं या कंपन शामिल होते हैं, जैसे कि निर्माण श्रमिक, बढ़ई, असेंबली लाइन कार्यकर्ता, माली और चित्रकार।
- गैर-सक्रिय लोग: जो अचानक से अपनी गतिविधि का स्तर बढ़ाते हैं बिना अपने शरीर को धीरे-धीरे अभ्यस्त किए।
- खराब तकनीक वाले लोग: जो खेलकूद या काम करते समय गलत तकनीक का उपयोग करते हैं।
- पर्याप्त आराम न करने वाले लोग: जो चोट के बाद या ज़ोरदार गतिविधि के बाद अपने शरीर को ठीक होने का पर्याप्त समय नहीं देते हैं।
उम्र:
- 40 वर्ष से अधिक आयु के लोग: उम्र बढ़ने के साथ टेंडन कम लचीले हो जाते हैं और चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।
चिकित्सीय स्थितियाँ:
- कुछ बीमारियाँ: जैसे कि रुमेटीइड गठिया, गाउट, मधुमेह और थायरॉइड विकार, टेंडिनिटिस के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
- मोटापा: अतिरिक्त वजन टेंडन पर अधिक तनाव डाल सकता है।
- शरीर की बनावट संबंधी समस्याएं: जैसे कि सपाट पैर या पैरों की लंबाई में अंतर।
दवाएं:
- कुछ दवाएं: जैसे कि फ्लोरोक्विनोलोन एंटीबायोटिक्स और कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, टेंडन को कमजोर कर सकती हैं और टेंडिनिटिस का कारण बन सकती हैं।
अन्य कारक:
- कमजोर मांसपेशियां: टेंडन पर अधिक तनाव डाल सकती हैं।
- खराब उपकरण: जैसे कि खराब जूते।
- ठंडी मौसम की स्थिति में व्यायाम करना: टेंडन को अधिक संवेदनशील बना सकता है।
टेंडिनिटिस से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?
टेंडिनिटिस कई बीमारियों से जुड़ा हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- रुमेटीइड गठिया (Rheumatoid Arthritis): यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो जोड़ों की सूजन का कारण बनती है, लेकिन यह टेंडन और उनके आसपास के ऊतकों को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे टेंडिनिटिस हो सकता है।
- गाउट (Gout): यह एक प्रकार का गठिया है जो शरीर में यूरिक एसिड के जमा होने के कारण होता है। यूरिक एसिड क्रिस्टल जोड़ों के साथ-साथ टेंडन में भी जमा हो सकते हैं, जिससे सूजन और दर्द (टेंडिनिटिस) हो सकता है।
- मधुमेह (Diabetes): मधुमेह वाले लोगों में टेंडिनिटिस विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। उच्च रक्त शर्करा टेंडन में कोलेजन को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे वे कमजोर हो जाते हैं और चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।
- अन्य स्व-प्रतिरक्षित रोग (Other Autoimmune Diseases): ल्यूपस (lupus) और रीटर सिंड्रोम (Reiter’s syndrome) जैसी अन्य स्व-प्रतिरक्षित बीमारियां भी टेंडिनिटिस से जुड़ी हो सकती हैं।
- संक्रमण (Infections): कुछ मामलों में, संक्रमण टेंडन और उनके आसपास के ऊतकों में फैल सकता है, जिससे इंफ्लेमेटरी टेंडिनिटिस हो सकता है।
टेंडिनिटिस का निदान कैसे करें?
टेंडिनिटिस का निदान आमतौर पर एक डॉक्टर द्वारा शारीरिक परीक्षण और रोगी के चिकित्सा इतिहास के आधार पर किया जाता है। निदान प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हो सकते हैं:
- चिकित्सा इतिहास (Medical History): डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों, उनकी शुरुआत, अवधि, और उन्हें बढ़ाने या कम करने वाले कारकों के बारे में पूछेंगे। वे आपकी पिछली चिकित्सा स्थितियों, दवाओं और किसी भी गतिविधि या चोट के बारे में भी पूछताछ करेंगे जो लक्षणों से संबंधित हो सकती है।
- शारीरिक परीक्षण (Physical Examination): डॉक्टर प्रभावित क्षेत्र की जांच करेंगे। इसमें शामिल हो सकता है:
- कोमलता की जांच: प्रभावित टेंडन और आसपास के क्षेत्रों को छूकर दर्द या कोमलता की पहचान करना।
- गति की सीमा का आकलन: प्रभावित जोड़ को विभिन्न दिशाओं में हिलाकर उसकी गति की सीमा का मूल्यांकन करना।
- विशिष्ट परीक्षण: डॉक्टर कुछ विशिष्ट परीक्षण कर सकते हैं जो किसी विशेष टेंडन को शामिल करने वाले टेंडिनिटिस का सुझाव दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, टेनिस एल्बो के लिए कोज़न परीक्षण (Cozens test) या गोल्फर एल्बो के लिए विपरीत कोज़न परीक्षण किया जा सकता है।
- सूजन और लालिमा की जांच: प्रभावित क्षेत्र में सूजन, लालिमा या गर्मी की तलाश करना।
- मांसपेशियों की ताकत का आकलन: प्रभावित क्षेत्र के आसपास की मांसपेशियों की ताकत का मूल्यांकन करना।
- इमेजिंग परीक्षण (Imaging Tests): कुछ मामलों में, डॉक्टर निदान की पुष्टि करने या अन्य स्थितियों को रद्द करने के लिए इमेजिंग परीक्षणों का आदेश दे सकते हैं:
- एक्स-रे (X-ray): एक्स-रे टेंडन को सीधे नहीं दिखाते हैं, लेकिन वे अन्य समस्याओं, जैसे कि फ्रैक्चर या गठिया को रद्द करने में मदद कर सकते हैं। कुछ पुरानी टेंडिनिटिस में, एक्स-रे में टेंडन में कैल्शियम जमाव दिखाई दे सकता है।
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): अल्ट्रासाउंड टेंडन और आसपास के नरम ऊतकों की तस्वीरें बनाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करता है। यह टेंडन में सूजन, मोटाई या आंसू दिखाने में मदद कर सकता है। यह गतिशील मूल्यांकन भी प्रदान कर सकता है, जिससे डॉक्टर गति के दौरान टेंडन को देख सकते हैं।
- चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (MRI): MRI टेंडन और आसपास के नरम ऊतकों की विस्तृत छवियां बनाने के लिए मजबूत मैग्नेटिक फील्ड और रेडियो तरंगों का उपयोग करता है। यह टेंडन के छोटे आँसू, डिजनरेशन या आसपास के ऊतकों की समस्याओं का पता लगाने में विशेष रूप से उपयोगी हो सकता है।
- अन्य परीक्षण (Other Tests): दुर्लभ मामलों में, डॉक्टर अन्य परीक्षणों का आदेश दे सकते हैं:
- रक्त परीक्षण (Blood Tests): यदि डॉक्टर को किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति, जैसे कि रुमेटीइड गठिया या गाउट का संदेह है, तो रक्त परीक्षण किए जा सकते हैं।
टेंडिनिटिस का इलाज क्या है?
टेंडिनिटिस का इलाज लक्षणों को कम करने, सूजन को ठीक करने और प्रभावित टेंडन की कार्यक्षमता को बहाल करने पर केंद्रित होता है। उपचार की विधि टेंडिनिटिस की गंभीरता और प्रभावित टेंडन पर निर्भर करती है। सामान्य उपचार विधियों में शामिल हैं:
गैर-सर्जिकल उपचार (Non-Surgical Treatment):
- आराम (Rest): प्रभावित क्षेत्र को आराम देना सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। उन गतिविधियों से बचें जो दर्द को बढ़ाती हैं। यदि आवश्यक हो, तो प्रभावित जोड़ को स्थिर करने के लिए स्प्लिंट या ब्रेस का उपयोग किया जा सकता है।
- बर्फ (Ice): सूजन और दर्द को कम करने के लिए दिन में कई बार (लगभग 15-20 मिनट के लिए) प्रभावित क्षेत्र पर बर्फ लगाएं। बर्फ को सीधे त्वचा पर न लगाएं; इसे कपड़े में लपेट कर लगाएं।
- दबाव (Compression): सूजन को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर एक इलास्टिक बैंडेज लपेटें। बैंडेज को बहुत टाइट न बांधें, क्योंकि इससे रक्त संचार बाधित हो सकता है।
- ऊंचाई (Elevation): यदि संभव हो, तो प्रभावित क्षेत्र को हृदय स्तर से ऊपर उठाएं। यह सूजन को कम करने में मदद करता है।
- दर्द निवारक दवाएं (Pain Medications):
- ओवर-द-काउंटर दवाएं: आइबुप्रोफेन (Ibuprofen), नेप्रोक्सन (Naproxen) या एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) जैसे गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- प्रिस्क्रिप्शन दवाएं: यदि ओवर-द-काउंटर दवाएं प्रभावी नहीं हैं, तो डॉक्टर मजबूत NSAIDs लिख सकते हैं।
- भौतिक चिकित्सा (Physical Therapy): एक भौतिक चिकित्सक आपको विशिष्ट व्यायाम और स्ट्रेचिंग सिखाएगा जो प्रभावित टेंडन को मजबूत करने, लचीलापन बढ़ाने और गति की सीमा को बहाल करने में मदद करते हैं। इसमें अल्ट्रासाउंड, हीट या कोल्ड थेरेपी जैसे तौर-तरीके भी शामिल हो सकते हैं।
- स्टेरॉयड इंजेक्शन (Steroid Injections): कुछ मामलों में, डॉक्टर सूजन और दर्द को कम करने के लिए प्रभावित टेंडन के आसपास कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्ट कर सकते हैं। हालांकि, बार-बार इंजेक्शन टेंडन को कमजोर कर सकते हैं और इनका उपयोग सावधानी से किया जाता है।
- प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (PRP) थेरेपी: इस उपचार में रोगी के अपने रक्त से प्लेटलेट्स निकालकर उन्हें केंद्रित किया जाता है और फिर प्रभावित क्षेत्र में इंजेक्ट किया जाता है ताकि उपचार को बढ़ावा दिया जा सके। इसके प्रभाव पर अभी भी शोध जारी है।
- शॉकवेव थेरेपी (Shockwave Therapy): कुछ प्रकार के क्रोनिक टेंडिनिटिस के लिए, शॉकवेव थेरेपी का उपयोग किया जा सकता है। यह उपचार प्रभावित क्षेत्र में ध्वनि तरंगें भेजता है जो उपचार को उत्तेजित कर सकती हैं।
सर्जिकल उपचार (Surgical Treatment):
- यदि गैर-सर्जिकल उपचार कई महीनों तक प्रभावी नहीं होते हैं, तो सर्जरी एक विकल्प हो सकता है। सर्जरी का उद्देश्य क्षतिग्रस्त टेंडन की मरम्मत करना या सूजन वाले ऊतक को हटाना होता है। सर्जरी का प्रकार टेंडिनिटिस के स्थान और गंभीरता पर निर्भर करता है।
पुनर्वास (Rehabilitation):
- उपचार के बाद, धीरे-धीरे सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू करना महत्वपूर्ण है। भौतिक चिकित्सा पुनर्वास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे आपको अपनी ताकत, लचीलापन और पूरी कार्यक्षमता को वापस पाने में मदद मिलती है।
टेंडिनिटिस का घरेलू इलाज क्या है?
टेंडिनिटिस के हल्के मामलों में लक्षणों को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने के लिए कई घरेलू उपचार किए जा सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये उपचार चिकित्सा सलाह और पेशेवर उपचार का विकल्प नहीं हैं, खासकर यदि दर्द गंभीर हो या कुछ हफ्तों से अधिक समय तक बना रहे। यदि आपके लक्षण गंभीर हैं या सुधार नहीं हो रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
यहां कुछ सामान्य घरेलू उपचार दिए गए हैं:
- आराम (Rest): प्रभावित क्षेत्र को आराम देना सबसे महत्वपूर्ण है। उन गतिविधियों से बचें जो दर्द को बढ़ाती हैं। यदि आवश्यक हो, तो प्रभावित जोड़ को सहारा देने के लिए स्प्लिंट या ब्रेस का उपयोग करें।
- बर्फ (Ice): सूजन और दर्द को कम करने के लिए दिन में कई बार (लगभग 15-20 मिनट के लिए) प्रभावित क्षेत्र पर बर्फ लगाएं। बर्फ को सीधे त्वचा पर न लगाएं; इसे हमेशा कपड़े में लपेट कर लगाएं।
- गर्मी (Heat): पुरानी टेंडिनिटिस के मामलों में, हल्की गर्मी लगाने से मांसपेशियों को आराम मिल सकता है और रक्त प्रवाह बढ़ सकता है, जिससे उपचार में मदद मिल सकती है। आप गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, तीव्र सूजन के दौरान गर्मी से बचें।
- दबाव (Compression): सूजन को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर एक इलास्टिक बैंडेज लपेटें। ध्यान रखें कि बैंडेज बहुत टाइट न हो, क्योंकि इससे रक्त संचार बाधित हो सकता है।
- ऊंचाई (Elevation): यदि संभव हो, तो प्रभावित क्षेत्र को हृदय स्तर से ऊपर उठाएं। यह सूजन को कम करने में मदद करेगा, खासकर यदि टेंडिनिटिस हाथ या पैर में हो।
- ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक (Over-the-Counter Pain Relievers): आइबुप्रोफेन (Ibuprofen) या नेप्रोक्सन (Naproxen) जैसी गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं। एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) दर्द में मदद कर सकता है लेकिन सूजन को कम नहीं करता है। दवा लेने से पहले हमेशा लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें।
- हल्के स्ट्रेचिंग और व्यायाम (Gentle Stretching and Exercises): जब दर्द कम हो जाए, तो धीरे-धीरे हल्के स्ट्रेचिंग और व्यायाम शुरू करें ताकि प्रभावित क्षेत्र में लचीलापन और ताकत बनी रहे। हालांकि, दर्द होने पर व्यायाम न करें। अपने डॉक्टर या भौतिक चिकित्सक से उचित व्यायाम के बारे में सलाह लें।
- एर्गोनॉमिक्स में सुधार (Improve Ergonomics): यदि आपकी टेंडिनिटिस किसी विशेष गतिविधि या काम के कारण हुई है, तो अपनी तकनीक या कार्यस्थल के सेटअप में बदलाव करने से भविष्य में होने वाली समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है। उदाहरण के लिए, कंप्यूटर का उपयोग करते समय अपनी कुर्सी और कीबोर्ड की ऊंचाई को समायोजित करें।
- हाइड्रेटेड रहें (Stay Hydrated): पर्याप्त मात्रा में पानी पीना समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और ऊतकों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
- पौष्टिक आहार (Nutritious Diet): एक संतुलित आहार जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों (जैसे कि फल, सब्जियां, ओमेगा-3 फैटी एसिड) उपचार में सहायता कर सकता है।
कब डॉक्टर से मिलें:
यदि आपके लक्षण:
- गंभीर हैं।
- घरेलू उपचार के कुछ हफ्तों के बाद भी सुधार नहीं हो रहे हैं।
- गति की सीमा में महत्वपूर्ण कमी आई है।
- सूजन या लालिमा बढ़ रही है।
- बुखार आ रहा है।
टेंडिनिटिस में क्या खाएं और क्या न खाएं?
टेंडिनिटिस होने पर आपके आहार में कुछ बदलाव करके आप सूजन को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। यहां क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसकी जानकारी दी गई है:
क्या खाएं:
- एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ:
- फल: जामुन (ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी), चेरी, संतरा, अनानास। इनमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
- सब्जियां: हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, केल), ब्रोकली, फूलगोभी, गाजर, टमाटर, शिमला मिर्च। ये विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं जो उपचार में सहायता करते हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ: वसायुक्त मछली (सामन, मैकेरल, सार्डिन), अलसी के बीज, चिया बीज, अखरोट। ओमेगा-3 फैटी एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- स्वस्थ वसा: जैतून का तेल, एवोकाडो।
- साबुत अनाज: ब्राउन राइस, ओट्स, क्विनोआ। ये फाइबर से भरपूर होते हैं।
- लीन प्रोटीन: चिकन, टर्की, मछली, बीन्स, दालें, टोफू। प्रोटीन ऊतक की मरम्मत के लिए आवश्यक है।
- हल्दी: इस मसाले में करक्यूमिन होता है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- अदरक: इसमें भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ: खट्टे फल, ब्रोकली, शिमला मिर्च, स्ट्रॉबेरी। विटामिन सी कोलेजन के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, जो टेंडन का एक प्रमुख घटक है।
- जिंक युक्त खाद्य पदार्थ: कद्दू के बीज, पालक, बीन्स, साबुत अनाज। जिंक ऊतक की मरम्मत में मदद करता है।
- कोलेजन युक्त खाद्य पदार्थ: बोन ब्रोथ (हड्डी का शोरबा)। कोलेजन टेंडन के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना महत्वपूर्ण है ताकि ऊतक स्वस्थ रहें।
क्या न खाएं:
- प्रोसेस्ड फूड (Processed Foods): ये अक्सर अस्वास्थ्यकर वसा, चीनी और एडिटिव्स से भरे होते हैं जो सूजन को बढ़ा सकते हैं। इनमें जंक फूड, प्रोसेस्ड मीट और कई पैकेज्ड स्नैक्स शामिल हैं।
- तला हुआ भोजन (Fried Foods): इनमें अस्वास्थ्यकर वसा होती है जो सूजन को बढ़ावा दे सकती है।
- उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थ और पेय (Sugary Foods and Drinks): चीनी सूजन को बढ़ा सकती है और उपचार प्रक्रिया को धीमा कर सकती है। सोडा, कैंडी, और अत्यधिक मीठे डेसर्ट से बचें।
- लाल मांस (Red Meat): कुछ शोध बताते हैं कि लाल मांस में मौजूद सैचुरेटेड फैट सूजन को बढ़ा सकता है। यदि आप लाल मांस खाते हैं, तो लीन कट चुनें और मात्रा सीमित करें।
- डेयरी उत्पाद (Dairy Products): कुछ लोगों में डेयरी उत्पाद सूजन को बढ़ा सकते हैं। यदि आपको लगता है कि डेयरी आपके लक्षणों को बढ़ा रहा है, तोplant-based विकल्पों को आजमाएं।
- ग्लूटेन (Gluten): कुछ लोगों में, ग्लूटेन सूजन का कारण बन सकता है। यदि आपको ग्लूटेन संवेदनशीलता है, तो गेहूं, जौ और राई युक्त खाद्य पदार्थों से बचें।
- शराब (Alcohol): शराब निर्जलीकरण कर सकती है और सूजन को बढ़ा सकती है, जिससे उपचार धीमा हो सकता है।
- अत्यधिक सोडियम (Excess Sodium): उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थ शरीर में पानी की मात्रा बढ़ा सकते हैं, जिससे सूजन बढ़ सकती है। प्रोसेस्ड और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में अक्सर उच्च मात्रा में सोडियम होता है।
- ट्रांस फैट (Trans Fats): यह कई प्रोसेस्ड और तले हुए खाद्य पदार्थों में पाया जाता है और सूजन को बढ़ाता है। खाद्य लेबल पर “आंशिक रूप से हाइड्रोजनीकृत तेल” की तलाश करें और उनसे बचें।
टेंडिनिटिस के जोखिम को कैसे कम करें?
टेंडिनिटिस के जोखिम को कम करने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं, खासकर यदि आप ऐसी गतिविधियों में शामिल होते हैं जो आपको इसके प्रति अधिक संवेदनशील बनाती हैं। यहाँ कुछ प्रभावी रणनीतियाँ दी गई हैं:
गतिविधि और व्यायाम से संबंधित:
- उचित वार्म-अप: किसी भी ज़ोरदार गतिविधि या व्यायाम से पहले अपनी मांसपेशियों और टेंडन को धीरे-धीरे तैयार करें। इसमें हल्की एरोबिक गतिविधि और विशिष्ट स्ट्रेच शामिल होने चाहिए जो उस गतिविधि में उपयोग की जाने वाली मांसपेशियों को लक्षित करते हैं।
- सही तकनीक का उपयोग करें: खेलकूद या काम करते समय उचित तकनीक का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। गलत तकनीक टेंडन पर अनावश्यक तनाव डाल सकती है। यदि आप अनिश्चित हैं, तो एक कोच या प्रशिक्षक से मार्गदर्शन लें।
- धीरे-धीरे तीव्रता बढ़ाएं: यदि आप कोई नई गतिविधि शुरू कर रहे हैं या अपनी वर्तमान गतिविधि की तीव्रता या अवधि बढ़ा रहे हैं, तो इसे धीरे-धीरे करें ताकि आपके टेंडन को अनुकूल होने का समय मिल सके।
- नियमित आराम करें: लंबी या दोहराव वाली गतिविधियों के दौरान नियमित ब्रेक लें ताकि आपके टेंडन को आराम मिल सके और अत्यधिक तनाव से बचा जा सके।
- मजबूत बनाएं: उन मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित व्यायाम करें जो आपके टेंडन का समर्थन करती हैं। मजबूत मांसपेशियां टेंडन पर पड़ने वाले भार को कम करने में मदद करती हैं।
- लचीलापन बनाए रखें: नियमित स्ट्रेचिंग आपके जोड़ों और टेंडन को लचीला बनाए रखने में मदद करती है, जिससे चोट का खतरा कम होता है। व्यायाम के बाद स्ट्रेचिंग विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
- उचित उपकरण का उपयोग करें: खेलकूद या काम के लिए सही उपकरण का उपयोग करें। उदाहरण के लिए, ऐसे जूते पहनें जो आपके गतिविधि के प्रकार के लिए उपयुक्त हों और अच्छी कुशनिंग प्रदान करते हों।
- ओवरट्रेनिंग से बचें: अपने शरीर को सुनें और जब आपको दर्द महसूस हो तो आराम करें। बहुत जल्दी बहुत अधिक करने से टेंडिनिटिस हो सकता है।
कार्यस्थल और दैनिक जीवन से संबंधित:
- एर्गोनॉमिक्स में सुधार करें: यदि आप कंप्यूटर पर या दोहराव वाली गतिविधियों वाले काम करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका कार्यस्थल एर्गोनॉमिक रूप से सही ढंग से सेट अप है। इसमें उचित कुर्सी की ऊंचाई, कीबोर्ड और माउस की स्थिति शामिल है।
- बार-बार मुद्रा बदलें: यदि आपको लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठना या खड़ा रहना पड़ता है, तो नियमित रूप से अपनी मुद्रा बदलें ताकि कुछ टेंडन पर लगातार तनाव न पड़े।
- भारी वस्तुओं को उठाते समय सावधानी बरतें: भारी वस्तुओं को उठाते समय उचित तकनीक का उपयोग करें (अपनी पीठ को सीधा रखें और अपनी टांगों से उठाएं) ताकि आपके टेंडन पर अनावश्यक दबाव न पड़े।
अन्य जीवनशैली कारक:
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: अतिरिक्त वजन आपके जोड़ों और टेंडन पर अतिरिक्त तनाव डाल सकता है।
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आपके ऊतकों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- पौष्टिक आहार लें: एक संतुलित आहार जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हो (जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट) आपके टेंडन के स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है।
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान रक्त प्रवाह को कम कर सकता है, जो टेंडन के स्वास्थ्य और उपचार को प्रभावित कर सकता है।
सारांश
टेंडिनिटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के किसी टेंडन में सूजन आ जाती है, जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ता है। यह आमतौर पर अति प्रयोग, अचानक चोट, उम्र बढ़ना या कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण होता है।
मुख्य बातें:
- कारण: बार-बार एक ही तरह की हरकतें करना, अचानक तनाव, गलत तकनीक, उम्र बढ़ना और कुछ बीमारियाँ।
- लक्षण: प्रभावित टेंडन में दर्द, कोमलता, सूजन, अकड़न, गति की सीमा में कमी और किरकिरी सनसनी।
- खतरा: एथलीट, श्रमजीवी, वृद्ध लोग और कुछ चिकित्सीय स्थितियों वाले लोगों को अधिक खतरा होता है।
- निदान: शारीरिक परीक्षण और चिकित्सा इतिहास के आधार पर किया जाता है। इमेजिंग परीक्षण (एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई) आवश्यकतानुसार किए जा सकते हैं।
- इलाज: आराम, बर्फ लगाना, दबाव डालना, ऊंचाई (RICE), दर्द निवारक दवाएं, भौतिक चिकित्सा, स्टेरॉयड इंजेक्शन और दुर्लभ मामलों में सर्जरी शामिल हैं।
- घरेलू इलाज: आराम, बर्फ, गर्मी, दबाव, ऊंचाई, ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक और हल्के स्ट्रेचिंग मदद कर सकते हैं।
- आहार: एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ (फल, सब्जियां, ओमेगा-3 फैटी एसिड) खाने और प्रोसेस्ड फूड, तला हुआ भोजन और उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी जाती है।
- जोखिम कम करना: उचित वार्म-अप, सही तकनीक का उपयोग, धीरे-धीरे गतिविधि बढ़ाना, नियमित आराम करना और एर्गोनॉमिक्स में सुधार करना महत्वपूर्ण है।