पैरों में झुनझुनी
पैरों में झुनझुनी क्या है?
पैरों में झुनझुनी एक आम समस्या है, जिसमें पैरों में सुन्नता, झुनझुनी, जलन या चुभन जैसी अनुभूति होती है। यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है और इसके कई कारण हो सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी के कारण:
- नस दबना: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने या लेटने से पैरों की नसें दब सकती हैं, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
- विटामिन की कमी: विटामिन बी12, बी6 और ई की कमी से नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
- मधुमेह (डायबिटीज): मधुमेह के कारण नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी और सुन्नता हो सकती है।
- परिधीय धमनी रोग (पीएडी): पीएडी में पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे झुनझुनी और दर्द हो सकता है।
- साइटिका: साइटिका में रीढ़ की हड्डी से लेकर पैरों तक जाने वाली नस दब जाती है, जिससे पैरों में झुनझुनी और दर्द हो सकता है।
- अन्य कारण: कुछ अन्य कारणों में थायरॉयड की समस्या, मल्टीपल स्केलेरोसिस, गठिया, किडनी की बीमारी और कुछ दवाएं शामिल हैं।
पैरों में झुनझुनी के लक्षण:
- पैरों में सुन्नता
- झुनझुनी
- जलन
- चुभन
- कमजोरी
- दर्द
पैरों में झुनझुनी का इलाज:
पैरों में झुनझुनी का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में, जीवनशैली में बदलाव, जैसे कि नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार, लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। अन्य मामलों में, दवा या सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
डॉक्टर से कब मिलें:
यदि आपको बार-बार या लगातार पैरों में झुनझुनी होती है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके लक्षणों का कारण निर्धारित कर सकते हैं और उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी के कारण क्या हैं?
पैरों में झुनझुनी कई कारणों से हो सकती है, जिनमें शामिल हैं:
नस संबंधी समस्याएं:
- नस का दबना: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने या लेटने से पैरों की नसें दब सकती हैं, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
- साइटिका: साइटिका में रीढ़ की हड्डी से लेकर पैरों तक जाने वाली नस दब जाती है, जिससे पैरों में झुनझुनी और दर्द हो सकता है।
- परिधीय न्यूरोपैथी: यह स्थिति तब होती है जब आपकी परिधीय नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। यह मधुमेह, विटामिन की कमी, संक्रमण या अन्य चिकित्सा स्थितियों के कारण हो सकता है।
रक्त प्रवाह संबंधी समस्याएं:
- परिधीय धमनी रोग (PAD): PAD में पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे झुनझुनी और दर्द हो सकता है।
विटामिन और खनिज की कमी:
- विटामिन बी12, बी6 और ई की कमी से नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
अन्य चिकित्सीय स्थितियां:
- मधुमेह (डायबिटीज): मधुमेह के कारण नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी और सुन्नता हो सकती है।
- थायरॉयड की समस्या
- मल्टीपल स्केलेरोसिस
- गठिया
- किडनी की बीमारी
- कुछ दवाएं
अन्य कारण:
- शराब का अत्यधिक सेवन
- धूम्रपान
- चोट
- संक्रमण
यदि आपको बार-बार या लगातार पैरों में झुनझुनी होती है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके लक्षणों का कारण निर्धारित कर सकते हैं और उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी के संकेत और लक्षण क्या है?
पैरों में झुनझुनी के संकेत और लक्षण कई तरह के हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
संवेदना संबंधी लक्षण:
- झुनझुनी: पैरों में पिन और सुई चुभने जैसी अनुभूति होना।
- सुन्नता: पैरों में संवेदना का नुकसान होना या कम होना।
- जलन: पैरों में जलन या गर्मी महसूस होना।
- चुभन: पैरों में तेज दर्द या चुभन महसूस होना।
- असामान्य संवेदनाएं: जैसे कि रेंगने या खुजली जैसी संवेदनाएं।
- स्पर्श के प्रति संवेदनशीलता: कभी-कभी, प्रभावित क्षेत्र स्पर्श के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हो सकता है।
- तापमान में बदलाव के प्रति संवेदनशीलता: कुछ लोगों को गर्म या ठंडे तापमान के प्रति असामान्य प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।
शारीरिक लक्षण:
- कमजोरी: पैरों में कमजोरी महसूस होना या चलने में कठिनाई होना।
- दर्द: पैरों में लगातार दर्द या बेचैनी महसूस होना।
- संतुलन में कठिनाई: कई बार झुनझुनी के कारण चलते समय संतुलन बनाने में परेशानी हो सकती है।
अन्य संभावित संकेत:
- पैरों में सूजन
- पैरों का रंग बदलना (पीला या नीला पड़ना)
- पैरों में ठंडापन
- पैरों में ऐंठन
महत्वपूर्ण बातें:
- ये लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं।
- ये लक्षण अस्थायी या लगातार हो सकते हैं।
- यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव होता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि लक्षण लगातार बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं।
पैरों में झुनझुनी के कारण कई हो सकते हैं, जिनमें नस संबंधी समस्याएं, रक्त प्रवाह संबंधी समस्याएं, विटामिन की कमी, और अन्य चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं। इसलिए, सही कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टर से जांच करवाना आवश्यक है।
पैरों में झुनझुनी का खतरा किसे अधिक है?
पैरों में झुनझुनी का खतरा कई लोगों को हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा अधिक होता है। यहाँ कुछ मुख्य कारक दिए गए हैं:
- मधुमेह (डायबिटीज):
- उच्च रक्त शर्करा तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
- विटामिन की कमी:
- विटामिन बी12, बी1, बी6, और विटामिन ई की कमी से तंत्रिका क्षति हो सकती है, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
- रीढ़ की हड्डी की समस्याएं:
- स्लिप्ड डिस्क या स्पाइनल स्टेनोसिस जैसी समस्याएं तंत्रिकाओं पर दबाव डाल सकती हैं, जिससे पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
- किडनी की बीमारी:
- किडनी की खराबी से शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं, जिससे तंत्रिका क्षति और झुनझुनी हो सकती है।
- तंग जूते पहनना:
- बहुत तंग जूते पहनने से नसों पर दबाव पड़ता है, और पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
- संक्रमण:
- एथलीट फुट जैसे कीटाणु आपकी नसों को प्रभावित कर सकते हैं और आपके पैर को सुन्न कर सकते हैं।
- चोट लगना:
- यदि आपके पैर में चोट लग जाए तो इससे तंत्रिकाओं को क्षति पहुंच सकती है और वे सुन्न हो सकती हैं।
- दवा के दुष्प्रभाव:
- कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव के रूप में आपके पैर सुन्न हो सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?
पैरों में झुनझुनी कई कारणों से हो सकती है, जिनमें कुछ बीमारियाँ भी शामिल हैं। यहाँ कुछ संभावित कारण दिए गए हैं:
1. डायबिटीज:
- डायबिटीज में, हाई ब्लड शुगर लेवल नसों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी, सुन्नता और दर्द हो सकता है।
- यह डायबिटीज न्यूरोपैथी के रूप में जाना जाता है।
2. विटामिन की कमी:
- विटामिन B1, B6, B12 और विटामिन E की कमी से नसों को नुकसान हो सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी हो सकती है।
3. किडनी की समस्याएं:
- किडनी की खराबी से शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं, जो नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकते हैं।
4. थायराइड की समस्याएं:
- हाइपोथायरायडिज्म (अंडरएक्टिव थायराइड) नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकता है।
5. ऑटोइम्यून बीमारियां:
- कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां, जैसे कि मल्टीपल स्केलेरोसिस (MS) और रुमेटाइड अर्थराइटिस, नसों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकती हैं।
6. संक्रमण:
- कुछ संक्रमण, जैसे कि लाइम रोग और हर्पीस ज़ोस्टर, नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकते हैं।
7. पैरों की नसों पर दबाव:
- लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने या पैर मोड़कर बैठने से पैरों की नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
8. अन्य कारण:
- कुछ दवाएं
- शराब का दुरुपयोग
- भारी धातुओं का विषाक्तता
यदि आपको अक्सर पैरों में झुनझुनी होती है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। वे कारण का निदान कर सकते हैं और उचित उपचार की सिफारिश कर सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी का निदान कैसे करें?
पैरों में झुनझुनी का निदान करने के लिए डॉक्टर विभिन्न परीक्षणों और प्रक्रियाओं का उपयोग कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
शारीरिक परीक्षण:
- डॉक्टर आपके पैरों की संवेदना, मांसपेशियों की ताकत और सजगता की जांच करेंगे।
- वे आपके रक्त प्रवाह की जांच के लिए आपके पैरों की नब्ज भी महसूस कर सकते हैं।
चिकित्सा इतिहास:
- डॉक्टर आपके चिकित्सा इतिहास के बारे में पूछेंगे, जिसमें आपके लक्षण, दवाएं और कोई भी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति शामिल है।
परीक्षण:
- रक्त परीक्षण: रक्त परीक्षण विटामिन की कमी, मधुमेह या अन्य चिकित्सा स्थितियों की जांच करने में मदद कर सकते हैं।
- इलेक्ट्रोमोग्राफी (ईएमजी): ईएमजी नसों और मांसपेशियों के कार्य को मापने के लिए एक परीक्षण है।
- तंत्रिका चालन अध्ययन (एनसीएस): एनसीएस नसों के माध्यम से विद्युत संकेतों की गति को मापने के लिए एक परीक्षण है।
- इमेजिंग परीक्षण: एमआरआई या सीटी स्कैन जैसी इमेजिंग परीक्षण नसों या रीढ़ की हड्डी में समस्याओं की जांच करने में मदद कर सकते हैं।
अन्य परीक्षण:
- कुछ मामलों में, डॉक्टर अन्य परीक्षणों की सिफारिश कर सकते हैं, जैसे कि बायोप्सी या काठ का पंचर।
पैरों में झुनझुनी का इलाज कैसे करें?
पैरों में झुनझुनी का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य उपचार दिए गए हैं:
जीवनशैली में बदलाव:
- नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और नसों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
- स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ आहार खाने से विटामिन और खनिजों की कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है।
- धूम्रपान छोड़ना: धूम्रपान रक्त प्रवाह को कम कर सकता है और नसों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- शराब का सेवन सीमित करना: शराब नसों को नुकसान पहुंचा सकती है।
घरेलू उपचार:
- मालिश: पैरों की मालिश करने से रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है और झुनझुनी कम हो सकती है।
- गर्म या ठंडा सेक: गर्म या ठंडा सेक लगाने से दर्द और झुनझुनी कम हो सकती है।
- एप्सम सॉल्ट बाथ: एप्सम सॉल्ट बाथ मांसपेशियों को आराम देने और झुनझुनी को कम करने में मदद कर सकता है।
चिकित्सा उपचार:
- दवाएं: डॉक्टर दर्द, सूजन या नसों की क्षति के इलाज के लिए दवाएं लिख सकते हैं।
- भौतिक चिकित्सा: भौतिक चिकित्सा मांसपेशियों को मजबूत करने और गति में सुधार करने में मदद कर सकती है।
- सर्जरी: गंभीर मामलों में, नसों पर दबाव डालने वाली समस्याओं को ठीक करने के लिए सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
विशिष्ट कारणों के लिए उपचार:
- मधुमेह: रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना नसों की क्षति को रोकने या धीमा करने में मदद कर सकता है।
- विटामिन की कमी: विटामिन की खुराक लेने से कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है।
- परिधीय धमनी रोग (PAD): PAD के लिए उपचार में दवाएं, एंजियोप्लास्टी या सर्जरी शामिल हो सकती है।
डॉक्टर से कब मिलें:
यदि आपको बार-बार या लगातार पैरों में झुनझुनी होती है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके लक्षणों का कारण निर्धारित कर सकते हैं और उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी के लिए फिजियोथेरेपी उपचार क्या है?
पैरों में झुनझुनी के लिए फिजियोथेरेपी उपचार समस्या के अंतर्निहित कारण पर निर्भर करता है। फिजियोथेरेपिस्ट आपकी स्थिति का आकलन करेंगे और एक व्यक्तिगत उपचार योजना तैयार करेंगे। यहां कुछ सामान्य फिजियोथेरेपी उपचार दिए गए हैं:
1. व्यायाम:
- स्ट्रेचिंग: स्ट्रेचिंग मांसपेशियों के तनाव को कम करने और लचीलेपन में सुधार करने में मदद कर सकती है।
- मजबूती व्यायाम: मजबूती व्यायाम मांसपेशियों की ताकत और स्थिरता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
- न्यूरोडायनामिक व्यायाम: ये व्यायाम नसों की गतिशीलता में सुधार करने और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
2. मैनुअल थेरेपी:
- मालिश: मालिश मांसपेशियों के तनाव को कम करने और रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद कर सकती है।
- संयुक्त गतिशीलता: संयुक्त गतिशीलता जोड़ों की गतिशीलता में सुधार करने और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।
- तंत्रिका गतिशीलता: तंत्रिका गतिशीलता नसों की गतिशीलता में सुधार करने और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।
3. इलेक्ट्रोथेरेपी:
- ट्रांसक्यूटेनियस इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन (TENS): TENS दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
- अल्ट्रासाउंड: अल्ट्रासाउंड ऊतकों को गर्म करने और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
4. शिक्षा:
- फिजियोथेरेपिस्ट आपको अपनी स्थिति के बारे में शिक्षित करेंगे और आपको घर पर करने के लिए व्यायाम और स्ट्रेचिंग सिखाएंगे।
- वे आपको अपनी मुद्रा और शरीर यांत्रिकी में सुधार करने के तरीके भी सिखाएंगे।
फिजियोथेरेपी के लाभ:
- दर्द से राहत
- गतिशीलता में सुधार
- मांसपेशियों की ताकत में सुधार
- लचीलेपन में सुधार
- तंत्रिका कार्य में सुधार
- जीवन की गुणवत्ता में सुधार
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि फिजियोथेरेपी उपचार व्यक्तिगत है। आपके लिए सबसे अच्छा उपचार योजना आपके विशिष्ट स्थिति और आवश्यकताओं पर निर्भर करेगी। अपने फिजियोथेरेपिस्ट के साथ काम करना महत्वपूर्ण है ताकि एक उपचार योजना विकसित की जा सके जो आपके लिए सही हो।
पैरों में झुनझुनी को कैसे रोकें?
पैरों में झुनझुनी को रोकने के लिए आप कई उपाय कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
जीवनशैली में बदलाव:
- नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और नसों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
- स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ आहार खाने से विटामिन और खनिजों की कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है।
- धूम्रपान छोड़ना: धूम्रपान रक्त प्रवाह को कम कर सकता है और नसों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- शराब का सेवन सीमित करना: शराब नसों को नुकसान पहुंचा सकती है।
- सही मुद्रा बनाए रखें: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या खड़े रहने से बचें। हर 30 मिनट में उठकर घूमें।
- आरामदायक जूते पहनें: तंग जूते रक्त प्रवाह को प्रतिबंधित कर सकते हैं और नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
घरेलू उपचार:
- मालिश: पैरों की मालिश करने से रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है और झुनझुनी कम हो सकती है।
- गर्म या ठंडा सेक: गर्म या ठंडा सेक लगाने से दर्द और झुनझुनी कम हो सकती है।
- एप्सम सॉल्ट बाथ: एप्सम सॉल्ट बाथ मांसपेशियों को आराम देने और झुनझुनी को कम करने में मदद कर सकता है।
विटामिन और खनिज:
- विटामिन बी12, बी6 और ई: इन विटामिनों की कमी से नसों को नुकसान पहुंच सकता है। अपने डॉक्टर से बात करें कि क्या आपको विटामिन की खुराक लेने की आवश्यकता है।
अन्य उपाय:
- अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करें: यदि आपको मधुमेह है, तो अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना नसों की क्षति को रोकने या धीमा करने में मदद कर सकता है।
- अपनी अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों का इलाज करें: यदि आपको कोई अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति है, जैसे कि परिधीय धमनी रोग (पीएडी), तो इसका इलाज करना झुनझुनी को रोकने में मदद कर सकता है।
डॉक्टर से कब मिलें:
यदि आपको बार-बार या लगातार पैरों में झुनझुनी होती है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके लक्षणों का कारण निर्धारित कर सकते हैं और उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।
पैरों में झुनझुनी का परिणाम क्या होता है?
पैरों में झुनझुनी का परिणाम इसके अंतर्निहित कारण पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में, यह केवल एक अस्थायी असुविधा हो सकती है, जबकि अन्य मामलों में, यह अधिक गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है।
अस्थायी परिणाम:
- असुविधा: पैरों में झुनझुनी, सुन्नता, या दर्द रोजमर्रा की गतिविधियों में असुविधा पैदा कर सकता है।
- अस्थायी गतिशीलता में कमी: झुनझुनी के कारण चलने या खड़े होने में अस्थायी कठिनाई हो सकती है।
गंभीर परिणाम (यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए):
- क्रोनिक दर्द: कुछ स्थितियों में, झुनझुनी क्रोनिक दर्द में बदल सकती है, जो जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।
- मांसपेशियों की कमजोरी: लंबे समय तक नसों को नुकसान मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बन सकता है, जिससे चलने और अन्य गतिविधियों में कठिनाई होती है।
- संतुलन की समस्या: झुनझुनी और सुन्नता संतुलन को प्रभावित कर सकती है, जिससे गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
- अल्सर और संक्रमण: सुन्नता के कारण, पैरों में चोटों का पता नहीं चल पाता है, जिससे अल्सर और संक्रमण हो सकते हैं, खासकर मधुमेह वाले लोगों में।
- तंत्रिका क्षति: कुछ स्थितियों में, जैसे कि मधुमेह या परिधीय न्यूरोपैथी, अनुपचारित झुनझुनी स्थायी तंत्रिका क्षति का कारण बन सकती है।
- परिधीय धमनी रोग (PAD) की जटिलताएँ: यदि झुनझुनी PAD के कारण होती है, तो अनुपचारित रहने पर यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है, जैसे कि गैंग्रीन या विच्छेदन।
- जीवन की गुणवत्ता में कमी: लगातार झुनझुनी और संबंधित लक्षण व्यक्ति की भावनात्मक और मानसिक भलाई को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे अवसाद या चिंता हो सकती है।
महत्वपूर्ण बातें:
- पैरों में झुनझुनी को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, खासकर यदि यह बार-बार होती है या लगातार बनी रहती है।
- सही निदान और उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
- अंतर्निहित कारण का इलाज करने से जटिलताओं को रोकने में मदद मिल सकती है।
सारांश
पैरों में झुनझुनी एक आम समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है। यह आमतौर पर तब होता है जब नसों पर दबाव पड़ता है या रक्त प्रवाह बाधित होता है। कुछ मामलों में, यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।
सामान्य कारण:
- नस दबना: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या खड़े रहने से नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
- खराब रक्त परिसंचरण: तंग कपड़े, मधुमेह, या हृदय रोग जैसी स्थितियों के कारण पैरों में रक्त प्रवाह कम हो सकता है, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
- विटामिन की कमी: विटामिन बी12, बी6, या अन्य विटामिनों की कमी से नसों को नुकसान हो सकता है, जिससे झुनझुनी हो सकती है।
- मधुमेह: उच्च रक्त शर्करा नसों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पैरों में झुनझुनी और सुन्नता हो सकती है।
- अन्य चिकित्सा स्थितियाँ: मल्टीपल स्केलेरोसिस, गठिया, और रीढ़ की हड्डी की समस्याओं जैसी स्थितियाँ भी पैरों में झुनझुनी का कारण बन सकती हैं।
घरेलू उपचार:
- गतिविधि: नियमित रूप से चलना और व्यायाम करना रक्त परिसंचरण में सुधार करने और झुनझुनी को कम करने में मदद कर सकता है।
- मालिश: पैरों की मालिश करने से रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है और झुनझुनी कम हो सकती है।
- गर्म सेक: गर्म पानी की बोतल या गर्म तौलिया पैरों पर लगाने से रक्त वाहिकाएं फैल सकती हैं और रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है।
- विटामिन बी12: यदि विटामिन बी12 की कमी है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट लें।
डॉक्टर से कब मिलें:
यदि झुनझुनी लगातार बनी रहती है, गंभीर है, या अन्य लक्षणों के साथ है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर अंतर्निहित कारण का निदान कर सकते हैं और उचित उपचार की सिफारिश कर सकते हैं।