दांतों में सड़न
दांतों में सड़न क्या है?
दांतों में सड़न, जिसे दंत क्षय या कैविटी भी कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। यह तब होता है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया शर्करा और कार्बोहाइड्रेट को एसिड में बदल देते हैं, जो आपके दांतों के इनेमल को नष्ट कर देते हैं।
दांतों में सड़न के कारण:
- बैक्टीरिया: आपके मुंह में बैक्टीरिया होते हैं जो प्लाक बनाते हैं। प्लाक एक चिपचिपी फिल्म है जो आपके दांतों पर बनती है। जब आप शर्करा या कार्बोहाइड्रेट खाते हैं, तो बैक्टीरिया इन खाद्य पदार्थों को एसिड में बदल देते हैं।
- शर्करा और कार्बोहाइड्रेट: शर्करा और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ, जैसे कि सोडा, कैंडी, और ब्रेड, दांतों में सड़न का कारण बन सकते हैं।
- खराब मौखिक स्वच्छता: यदि आप नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस नहीं करते हैं, तो प्लाक आपके दांतों पर जमा हो सकता है और सड़न का कारण बन सकता है।
- लार की कमी: लार आपके मुंह को साफ करने और एसिड को बेअसर करने में मदद करती है। यदि आपके मुंह में पर्याप्त लार नहीं है, तो आप दांतों में सड़न के लिए अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।
- कुछ चिकित्सीय स्थितियां: कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे कि शुष्क मुंह और एसिड रिफ्लक्स, दांतों में सड़न के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
दांतों में सड़न के लक्षण:
- दांतों में दर्द या संवेदनशीलता
- दांतों में छेद या गड्ढे
- दांतों पर सफेद, भूरे या काले धब्बे
- मुंह में दुर्गंध
दांतों में सड़न की रोकथाम:
- दिन में दो बार ब्रश करें और रोजाना फ्लॉस करें।
- शर्करा और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- नियमित रूप से दंत चिकित्सक के पास जाएं।
- फ्लोराइड टूथपेस्ट का उपयोग करें।
- लार उत्पादन को बढ़ाने के लिए खूब पानी पिएं।
दांतों में सड़न का उपचार:
दांतों में सड़न का उपचार सड़न की गंभीरता पर निर्भर करता है। उपचार में शामिल हो सकते हैं:
- फिलिंग: एक फिलिंग एक सामग्री है जिसका उपयोग छेद को भरने के लिए किया जाता है।
- क्राउन: एक क्राउन एक टोपी है जो क्षतिग्रस्त दांत को ढकती है।
- रूट कैनाल: एक रूट कैनाल एक प्रक्रिया है जिसका उपयोग संक्रमित दांत के गूदे को हटाने के लिए किया जाता है।
- दांत निकालना: यदि दांत को बचाया नहीं जा सकता है, तो इसे निकालना पड़ सकता है।
दांतों में सड़न के कारण क्या हैं?
दांतों में सड़न, जिसे दंत क्षय या कैविटी भी कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। यह तब होता है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया शर्करा और कार्बोहाइड्रेट को एसिड में बदल देते हैं, जो आपके दांतों के इनेमल को नष्ट कर देते हैं।
दांतों में सड़न के मुख्य कारण:
- बैक्टीरिया:
- आपके मुंह में बैक्टीरिया होते हैं जो प्लाक बनाते हैं। प्लाक एक चिपचिपी फिल्म है जो आपके दांतों पर बनती है। जब आप शर्करा या कार्बोहाइड्रेट खाते हैं, तो बैक्टीरिया इन खाद्य पदार्थों को एसिड में बदल देते हैं।
- शर्करा और कार्बोहाइड्रेट:
- शर्करा और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ, जैसे कि सोडा, कैंडी, और ब्रेड, दांतों में सड़न का कारण बन सकते हैं।
- खराब मौखिक स्वच्छता:
- यदि आप नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस नहीं करते हैं, तो प्लाक आपके दांतों पर जमा हो सकता है और सड़न का कारण बन सकता है।
- लार की कमी:
- लार आपके मुंह को साफ करने और एसिड को बेअसर करने में मदद करती है। यदि आपके मुंह में पर्याप्त लार नहीं है, तो आप दांतों में सड़न के लिए अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।
- कुछ चिकित्सीय स्थितियां:
- कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे कि शुष्क मुंह और एसिड रिफ्लक्स, दांतों में सड़न के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
दांतों में सड़न के संकेत और लक्षण क्या हैं?
दांतों में सड़न के कई संकेत और लक्षण होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- दांतों में दर्द या संवेदनशीलता: यह सबसे आम लक्षणों में से एक है। ठंडा, गर्म या मीठा खाने या पीने पर दर्द बढ़ सकता है।
- दांतों में छेद या गड्ढे: यह सड़न का एक दृश्यमान संकेत है।
- दांतों पर सफेद, भूरे या काले धब्बे: ये धब्बे सड़न के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।
- मुंह में दुर्गंध: सड़न के कारण बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे दुर्गंध आती है।
- दांतों में दर्द होना: कुछ मामलों में, सड़न दर्द का कारण बन सकती है, खासकर जब यह तंत्रिकाओं तक पहुंच जाती है।
- दांतों में झनझनाहट: कुछ लोगों को अपने दांतों में झनझनाहट महसूस हो सकती है, खासकर जब वे ठंडा या गर्म खाते या पीते हैं।
- मसूड़ों में सूजन या खून आना: सड़न मसूड़ों को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे वे सूज जाते हैं या खून बहने लगते हैं।
दांतों में सड़न का खतरा किसे अधिक होता है?
दांतों में सड़न का खतरा कई कारकों पर निर्भर करता है, और कुछ लोगों में दूसरों की तुलना में यह खतरा अधिक होता है। यहाँ कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें दांतों में सड़न का खतरा अधिक होता है:
- बच्चे और किशोर:
- बच्चों और किशोरों के दांत अभी भी विकसित हो रहे होते हैं, इसलिए वे सड़न के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
- वे अक्सर मीठे खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों का अधिक सेवन करते हैं, जो सड़न का कारण बन सकते हैं।
- वे नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस करने की आदत नहीं बना पाते, जिससे प्लाक जमा हो सकता है।
- बुजुर्ग:
- बुजुर्गों में लार का उत्पादन कम हो सकता है, जो मुंह को साफ करने और एसिड को बेअसर करने में मदद करता है।
- कई बुजुर्ग कुछ ऐसी दवाइयाँ लेते हैं, जिनसे लार बनना कम हो जाता है, इससे उनमें कैविटी होने का जोखिम बढ़ जाता है।
- वे गठिया या अन्य स्थितियों के कारण ठीक से ब्रश और फ्लॉस नहीं कर पाते हैं।
- शुष्क मुंह वाले लोग:
- लार मुंह को साफ करने में मदद करती है, इसलिए शुष्क मुंह वाले लोगों में सड़न का खतरा अधिक होता है।
- खराब मौखिक स्वच्छता वाले लोग:
- जो लोग नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस नहीं करते हैं, उनके दांतों पर प्लाक जमा हो जाता है, जिससे सड़न का खतरा बढ़ जाता है।
- मीठे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का अधिक सेवन करने वाले लोग:
- शर्करा और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ बैक्टीरिया को एसिड बनाने के लिए ईंधन प्रदान करते हैं, जो दांतों को नष्ट कर देते हैं।
- कुछ चिकित्सीय स्थितियों वाले लोग:
- कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे कि एसिड रिफ्लक्स और खाने के विकार, दांतों में सड़न के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
- मधुमेह वाले लोग:
- मधुमेह वाले लोगों के लार में शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जो बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा दे सकती है।
दांतों में सड़न से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?
दांतों में सड़न, जिसे दंत क्षय या कैविटी भी कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। यह तब होता है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया शर्करा और कार्बोहाइड्रेट को एसिड में बदल देते हैं, जो आपके दांतों के इनेमल को नष्ट कर देते हैं। दांतों में सड़न से कई बीमारियां जुड़ी हुई हैं, जिनमें शामिल हैं:
- मसूड़ों की बीमारी: दांतों में सड़न मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकती है, जिसे पेरियोडोंटाइटिस भी कहा जाता है। मसूड़ों की बीमारी मसूड़ों के संक्रमण का कारण बन सकती है, जो दांतों के नुकसान का कारण बन सकती है।
- दिल की बीमारी: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारी दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ा सकती है।
- श्वसन संक्रमण: दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारी श्वसन संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकती है, जैसे कि निमोनिया।
- मधुमेह: मधुमेह वाले लोगों में दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारी का खतरा अधिक होता है।
- गर्भावस्था संबंधी जटिलताएं: गर्भवती महिलाओं में दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारी गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं के खतरे को बढ़ा सकती है, जैसे कि समय से पहले जन्म और कम जन्म वजन।
- फोड़े: दांतों की सड़न से दांतों में फोड़े हो सकते हैं। यह एक गंभीर संक्रमण है जो जबड़े की हड्डी और आसपास के ऊतकों में फैल सकता है।
- साइनस संक्रमण: ऊपरी दांतों में सड़न साइनस संक्रमण का कारण बन सकती है।
- जबड़े की हड्डी का संक्रमण: दांतों की सड़न से जबड़े की हड्डी में संक्रमण हो सकता है।
दांतों में सड़न का निदान कैसे करें?
दांतों में सड़न का निदान दंत चिकित्सक द्वारा किया जाता है। वे आपकी दंत जांच करेंगे और आपके दांतों की स्थिति का आकलन करेंगे। दंत चिकित्सक दांतों में सड़न का निदान करने के लिए कई तरीकों का उपयोग करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- दृश्य निरीक्षण: दंत चिकित्सक आपके दांतों को देखकर सड़न के लक्षणों की जांच करेंगे। वे दांतों में छेद, गड्ढे या धब्बे की तलाश करेंगे।
- एक्स-रे: एक्स-रे दंत चिकित्सक को दांतों के अंदर देखने और सड़न की गहराई का पता लगाने में मदद करते हैं।
- दंत जांच: दंत चिकित्सक एक दंत जांच का उपयोग करके दांतों की सतह को खरोंच कर सड़न की जांच करेंगे। सड़न वाले दांतों की सतह नरम और चिपचिपी होगी।
- लेजर डिटेक्शन डिवाइस: कुछ दंत चिकित्सक सड़न का पता लगाने के लिए लेजर डिटेक्शन डिवाइस का उपयोग करते हैं। यह उपकरण दांतों में सड़न के शुरुआती चरणों का पता लगा सकता है।
यदि दंत चिकित्सक को दांतों में सड़न मिलती है, तो वे उपचार की सिफारिश करेंगे। उपचार सड़न की गंभीरता पर निर्भर करता है।
यहां दांतों में सड़न का निदान करने के कुछ और तरीके दिए गए हैं:
- ओरल हेल्थ हिस्ट्री: दंत चिकित्सक आपकी मौखिक स्वास्थ्य इतिहास के बारे में पूछेंगे, जिसमें आपके लक्षण, दवाएं और चिकित्सा स्थितियां शामिल हैं।
- मौखिक स्वच्छता मूल्यांकन: दंत चिकित्सक आपकी मौखिक स्वच्छता की आदतों का आकलन करेंगे, जैसे कि आप कितनी बार ब्रश करते हैं और फ्लॉस करते हैं।
- आहार मूल्यांकन: दंत चिकित्सक आपके आहार का आकलन करेंगे, जिसमें आप कितनी बार मीठे खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ खाते हैं।
दांतों में सड़न का इलाज क्या है?
दांतों में सड़न का इलाज सड़न की गंभीरता पर निर्भर करता है। यहाँ कुछ सामान्य उपचार विकल्प दिए गए हैं:
- फ्लोराइड उपचार:
- यदि सड़न प्रारंभिक अवस्था में है, तो फ्लोराइड उपचार इनेमल को मजबूत करने और आगे की क्षति को रोकने में मदद कर सकता है।
- यह उपचार जेल, तरल, फोम या वार्निश के रूप में हो सकता है, जिसे दंत चिकित्सक द्वारा दांतों पर लगाया जाता है।
- फिलिंग:
- जब सड़न एक गुहा बनाती है, तो फिलिंग आवश्यक होती है।
- दंत चिकित्सक सड़े हुए हिस्से को हटा देते हैं और छेद को भरने के लिए विभिन्न सामग्रियों, जैसे कि मिश्रित राल, चीनी मिट्टी के बरतन या अमलगम का उपयोग करते हैं।
- क्राउन:
- यदि सड़न व्यापक है और दांत कमजोर हो गया है, तो क्राउन की आवश्यकता हो सकती है।
- क्राउन एक कस्टम-निर्मित टोपी है जो पूरे दांत को ढकती है, जिससे उसकी ताकत और उपस्थिति बहाल होती है।
- रूट कैनाल:
- जब सड़न पल्प (दांत के अंदर का नरम ऊतक) तक पहुंच जाती है, तो रूट कैनाल की आवश्यकता होती है।
- इस प्रक्रिया में, संक्रमित पल्प को हटा दिया जाता है, और दांत को साफ और सील कर दिया जाता है।
- दांत निकालना:
- गंभीर मामलों में जहां दांत को बचाया नहीं जा सकता है, उसे निकालना आवश्यक हो सकता है।
- दांत निकालने के बाद, लापता दांत को बदलने के लिए डेंटल इम्प्लांट, ब्रिज या डेन्चर पर विचार किया जा सकता है।
रोकथाम है बेहतर इलाज:
- नियमित रूप से ब्रश करें और फ्लॉस करें।
- मीठे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- नियमित दंत जांच करवाएं।
- फ्लोराइड टूथपेस्ट का उपयोग करें।
दांतों में सड़न का घरेलू इलाज क्या है?
दांतों में सड़न का घरेलू इलाज पूरी तरह से सड़न को ठीक नहीं कर सकता है, लेकिन यह दर्द को कम करने और संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ये उपचार दंत चिकित्सक के उपचार का विकल्प नहीं हैं।
यहाँ कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो दांतों में सड़न के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं:
- नमक का पानी:
- नमक का पानी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो मुंह में बैक्टीरिया को मारने में मदद कर सकता है।
- एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इससे दिन में कई बार कुल्ला करें।
- लौंग का तेल:
- लौंग के तेल में एंटीसेप्टिक और दर्द निवारक गुण होते हैं।
- एक कपास की गेंद को लौंग के तेल में भिगोएं और इसे प्रभावित दांत पर लगाएं।
- लहसुन:
- लहसुन में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
- लहसुन की एक कली को कुचलकर प्रभावित दांत पर लगाएं।
- सरसों का तेल और नमक:
- सरसों के तेल में नमक मिलाकर दांतों पर मलने से सड़न से राहत मिल सकती है।
- नीम:
- नीम में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। नीम के तेल या नीम के दातुन का इस्तेमाल सड़न को कम कर सकता है।
सावधानियां:
- ये घरेलू उपचार अस्थायी राहत प्रदान कर सकते हैं, लेकिन ये सड़न को ठीक नहीं करते हैं।
- यदि आपको गंभीर दर्द या सूजन है, तो तुरंत दंत चिकित्सक से संपर्क करें।
- इन उपचारों का उपयोग करने से पहले अपने दंत चिकित्सक से सलाह लें, खासकर यदि आप गर्भवती हैं या कोई चिकित्सीय स्थिति है।
दांतों में सड़न को रोकने के लिए:
- दिन में दो बार ब्रश करें और रोजाना फ्लॉस करें।
- शर्करा और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- नियमित रूप से दंत चिकित्सक के पास जाएं।
- फ्लोराइड टूथपेस्ट का उपयोग करें।
दांतों में सड़न में क्या खाएं और क्या न खाएं?
दांतों में सड़न होने पर अपने आहार पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। कुछ खाद्य पदार्थ सड़न को बढ़ा सकते हैं, जबकि अन्य दांतों को मजबूत करने और स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
क्या खाएं:
- डेयरी उत्पाद: दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर होते हैं, जो दांतों के इनेमल को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- फल और सब्जियां: सेब, गाजर और अजवाइन जैसे फल और सब्जियां चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जो मुंह को साफ करने और एसिड को बेअसर करने में मदद करता है।
- साबुत अनाज: साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो लार के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं और दांतों को साफ रखने में मदद करते हैं।
- लीन प्रोटीन: चिकन, मछली और बीन्स जैसे लीन प्रोटीन फास्फोरस का एक अच्छा स्रोत हैं, जो दांतों के लिए आवश्यक है।
- पानी: पानी मुंह को साफ रखने और एसिड को बेअसर करने में मदद करता है।
क्या न खाएं:
- मीठे खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ: कैंडी, सोडा और पेस्ट्री जैसे मीठे खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ बैक्टीरिया को पनपने के लिए ईंधन प्रदान करते हैं, जिससे सड़न का खतरा बढ़ जाता है।
- एसिडिक खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ: नींबू, संतरे और सोडा जैसे एसिडिक खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ दांतों के इनेमल को नष्ट कर सकते हैं।
- चिपचिपे खाद्य पदार्थ: चिपचिपे खाद्य पदार्थ, जैसे कि कैरेमल और टॉफी, दांतों से चिपक जाते हैं और बैक्टीरिया को पनपने के लिए एक आदर्श वातावरण प्रदान करते हैं।
- सूखे मेवे: सूखे मेवे में चीनी की मात्रा अधिक होती है और वे दांतों से चिपक सकते हैं।
- कार्बोनेटेड पेय: सोडा और अन्य कार्बोनेटेड पेय एसिडिक होते हैं और दांतों के इनेमल को नष्ट कर सकते हैं।
दांतों में सड़न के जोखिम को कैसे कम करें?
दांतों में सड़न के जोखिम को कम करने के लिए कई तरीके हैं, जिनमें शामिल हैं:
- अच्छी मौखिक स्वच्छता का अभ्यास करें:
- दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करें।
- दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस करें।
- जीभ को ब्रश करें या जीभ खुरचनी का उपयोग करें।
- स्वस्थ आहार लें:
- मीठे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- एसिडिक खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाएं।
- खूब पानी पिएं।
- नियमित रूप से दंत चिकित्सक के पास जाएं:
- नियमित जांच और सफाई के लिए दंत चिकित्सक के पास जाएं।
- दंत चिकित्सक से फ्लोराइड उपचार के बारे में पूछें।
- दंत चिकित्सक से सीलेंट के बारे में पूछें।
- अन्य सुझाव:
- शुगर-फ्री च्युइंग गम चबाएं, जो लार के उत्पादन को बढ़ावा देता है।
- धूम्रपान और तंबाकू के उपयोग से बचें।
- फ्लोराइड युक्त माउथवॉश का उपयोग करें।
- बच्चों के लिए अतिरिक्त सुझाव:
- बच्चों को जल्दी दंत चिकित्सक के पास ले जाएं।
- बच्चों को मीठे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से दूर रखें।
- बच्चों को फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करना सिखाएं।
सारांश
दांतों में सड़न, जिसे दंत क्षय या कैविटी भी कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। यह तब होता है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया शर्करा और कार्बोहाइड्रेट को एसिड में बदल देते हैं, जो आपके दांतों के इनेमल को नष्ट कर देते हैं।