कोहनी का गठिया
कोहनी का गठिया क्या है?
कोहनी का गठिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोहनी के जोड़ में उपास्थि क्षतिग्रस्त या घिस जाती है। उपास्थि एक चिकना, फिसलन भरा ऊतक है जो हड्डियों के सिरों को ढकता है और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ आसानी से चलने देता है। जब यह उपास्थि टूट जाती है, तो हड्डियां आपस में रगड़ सकती हैं, जिससे दर्द, सूजन और अकड़न होती है।
कोहनी का गठिया उतना आम नहीं है जितना कि कूल्हे या घुटने का गठिया, लेकिन यह अभी भी महत्वपूर्ण दर्द और विकलांगता का कारण बन सकता है।
कोहनी के गठिया के मुख्य प्रकार हैं:
- ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis): यह “घिसाव और आंसू” गठिया का एक प्रकार है जो उम्र के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है। यह कोहनी में कम आम है क्योंकि कोहनी एक भार-असर वाला जोड़ नहीं है जितना कि कूल्हा या घुटना। यह अक्सर पिछली चोटों या अत्यधिक उपयोग के कारण होता है।
- रुमेटीइड गठिया (Rheumatoid arthritis): यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो जोड़ों की परत (सिनोवियम) को प्रभावित करती है, जिससे सूजन होती है जो अंततः उपास्थि और हड्डी को नुकसान पहुंचा सकती है। रुमेटीइड गठिया अक्सर शरीर के दोनों तरफ के जोड़ों को प्रभावित करता है, इसलिए यदि एक कोहनी में गठिया है, तो दूसरी में भी होने की संभावना है। यह कोहनी के गठिया का सबसे आम कारण है।
- पोस्ट-ट्रॉमेटिक गठिया (Post-traumatic arthritis): यह कोहनी में फ्रैक्चर या डिसलोकेशन जैसी चोट लगने के बाद विकसित हो सकता है। चोट उपास्थि को सीधे नुकसान पहुंचा सकती है या जोड़ की संरचना को बदल सकती है, जिससे वर्षों बाद गठिया हो सकता है।
- अन्य प्रकार के गठिया: गाउट और सोरियाटिक गठिया जैसे अन्य प्रकार के गठिया भी कोहनी को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन यह कम आम है।
कोहनी का गठिया के कारण क्या हैं?
कोहनी के गठिया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis): यह गठिया का सबसे आम प्रकार है और यह तब होता है जब कोहनी के जोड़ में उपास्थि धीरे-धीरे घिस जाती है। यह अक्सर उम्र बढ़ने, पिछली कोहनी की चोटों (जैसे फ्रैक्चर या डिसलोकेशन), या कोहनी का अत्यधिक उपयोग (जैसे कुछ व्यवसायों या खेलों में) के कारण हो सकता है।
- रुमेटीइड गठिया (Rheumatoid arthritis): यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से कोहनी के जोड़ की परत (सिनोवियम) पर हमला करती है। इससे सूजन होती है जो अंततः उपास्थि और हड्डी को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे गठिया होता है। रुमेटीइड गठिया अक्सर शरीर के दोनों तरफ के जोड़ों को प्रभावित करता है।
- पोस्ट-ट्रॉमेटिक गठिया (Post-traumatic arthritis): यह कोहनी में चोट लगने के बाद विकसित हो सकता है, जैसे कि फ्रैक्चर या डिसलोकेशन। चोट उपास्थि को सीधे नुकसान पहुंचा सकती है या जोड़ की संरचना को बदल सकती है, जिससे वर्षों बाद गठिया हो सकता है।
- अन्य प्रकार के गठिया:
- गाउट (Gout): यह एक प्रकार का गठिया है जो तब होता है जब शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड होता है, जिससे जोड़ों में क्रिस्टल जमा हो जाते हैं। हालांकि यह आमतौर पर बड़े पैर के अंगूठे को प्रभावित करता है, यह कोहनी सहित किसी भी जोड़ में हो सकता है।
- सोरियाटिक गठिया (Psoriatic arthritis): यह गठिया का एक प्रकार है जो सोरायसिस नामक त्वचा की स्थिति वाले कुछ लोगों में विकसित होता है। यह कोहनी सहित किसी भी जोड़ को प्रभावित कर सकता है।
- सेप्टिक गठिया (Septic arthritis): यह कोहनी के जोड़ का एक संक्रमण है जो उपास्थि को नुकसान पहुंचा सकता है और गठिया का कारण बन सकता है।
- आनुवंशिकी (Genetics): कुछ लोगों में आनुवंशिक प्रवृत्ति हो सकती है जो उन्हें गठिया विकसित करने के लिए अधिक संवेदनशील बनाती है।
- आयु (Age): उम्र बढ़ने के साथ ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
- अत्यधिक उपयोग (Overuse): कुछ गतिविधियाँ या व्यवसाय जिनमें कोहनी का बार-बार और अत्यधिक उपयोग शामिल होता है, ऑस्टियोआर्थराइटिस के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
कोहनी का गठिया के संकेत और लक्षण क्या हैं?
कोहनी के गठिया के संकेत और लक्षण धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं और समय के साथ इनकी गंभीरता भिन्न हो सकती है। कुछ सामान्य संकेत और लक्षण इस प्रकार हैं:
- दर्द: यह कोहनी के गठिया का एक प्रमुख लक्षण है। दर्द कोहनी के अंदर या बाहर महसूस हो सकता है और गतिविधि के साथ बढ़ सकता है, जैसे कि कुछ उठाना, मोड़ना या सीधा करना। आराम करने पर दर्द कम हो सकता है, लेकिन गंभीर मामलों में यह लगातार बना रह सकता है।
- अकड़न: कोहनी में अकड़न महसूस हो सकती है, खासकर सुबह उठने के बाद या निष्क्रियता की अवधि के बाद। कोहनी को हिलाने-डुलने में कुछ समय लग सकता है ताकि अकड़न कम हो जाए।
- सूजन: कोहनी के जोड़ के आसपास सूजन आ सकती है। यह सूजन हल्की से लेकर काफी स्पष्ट तक हो सकती है और प्रभावित क्षेत्र को फूला हुआ महसूस करा सकती है।
- गति की कमी: कोहनी को पूरी तरह से सीधा करने या मोड़ने में कठिनाई हो सकती है। कोहनी की सामान्य गति की सीमा कम हो सकती है, जिससे दैनिक कार्य जैसे कपड़े पहनना या खाना बनाना मुश्किल हो सकता है।
- पीसने या क्लिक करने की सनसनी: जब आप अपनी कोहनी को हिलाते हैं तो आपको पीसने, खरोंचने या क्लिक करने जैसी आवाजें या सनसनी महसूस हो सकती हैं। यह क्षतिग्रस्त उपास्थि की हड्डियों से रगड़ने के कारण होता है।
- कोमलता: कोहनी के जोड़ को छूने पर दर्द या कोमलता महसूस हो सकती है।
- कमजोरी: कोहनी के आसपास की मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो सकती है, जिससे वस्तुओं को पकड़ने या उठाने में कठिनाई हो सकती है।
- जोड़ का लॉक होना: कुछ मामलों में, कोहनी का जोड़ अचानक लॉक हो सकता है, जिससे उसे सीधा करना या मोड़ना मुश्किल हो जाता है। यह ढीले उपास्थि या हड्डी के टुकड़े के कारण हो सकता है।
- विकृति: पुराने या गंभीर मामलों में, कोहनी के जोड़ की बनावट में बदलाव आ सकता है, जिससे यह विकृत दिखाई दे सकता है।
कोहनी का गठिया का खतरा किसे अधिक होता है?
कोहनी का गठिया किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा अधिक होता है। जोखिम कारकों में शामिल हैं:
- आयु: उम्र बढ़ने के साथ ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। जबकि कोहनी में ऑस्टियोआर्थराइटिस उतना आम नहीं है जितना कि अन्य जोड़ों में, उम्र एक कारक हो सकता है।
- पिछली कोहनी की चोटें: कोहनी में फ्रैक्चर, डिसलोकेशन या अन्य चोटें पोस्ट-ट्रॉमेटिक गठिया के विकास के जोखिम को काफी बढ़ा देती हैं। चोट उपास्थि को नुकसान पहुंचा सकती है या जोड़ की संरचना को बदल सकती है।
- रुमेटीइड गठिया: यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो कई जोड़ों को प्रभावित करती है, जिसमें कोहनी भी शामिल है। रुमेटीइड गठिया कोहनी के गठिया का एक आम कारण है।
- अत्यधिक उपयोग: ऐसे व्यवसाय या खेल जिनमें कोहनी का बार-बार और अत्यधिक उपयोग शामिल होता है, जैसे कि कुछ प्रकार के मैनुअल लेबर या खेल (जैसे बेसबॉल पिचर), ऑस्टियोआर्थराइटिस के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
- आनुवंशिकी: कुछ लोगों में आनुवंशिक प्रवृत्ति हो सकती है जो उन्हें गठिया विकसित करने के लिए अधिक संवेदनशील बनाती है।
- मेटाबोलिक रोग: गाउट जैसे कुछ मेटाबोलिक रोग कोहनी में गठिया का कारण बन सकते हैं।
- लिंग: ऑस्टियोआर्थराइटिस आमतौर पर पुरुषों में महिलाओं की तुलना में पहले विकसित होता है, लेकिन उम्र के साथ महिलाओं में इसकी संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, कोहनी के ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए लिंग विशिष्ट जोखिम उतना स्पष्ट नहीं है जितना कि कूल्हे या घुटने के लिए।
कोहनी का गठिया से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?
कोहनी का गठिया अक्सर अन्य बीमारियों से जुड़ा होता है, जिनमें शामिल हैं:
- रुमेटीइड गठिया: यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो जोड़ों की परत को प्रभावित करती है, जिससे सूजन और दर्द होता है। कोहनी रुमेटीइड गठिया से प्रभावित होने वाले सामान्य जोड़ों में से एक है, और अक्सर दोनों कोहनियाँ एक साथ प्रभावित होती हैं।
- ऑस्टियोआर्थराइटिस: हालांकि कोहनी में उतना आम नहीं है जितना कि अन्य जोड़ों में, ऑस्टियोआर्थराइटिस (“घिसाव और आंसू” गठिया) कोहनी को प्रभावित कर सकता है, खासकर पिछली चोटों या अत्यधिक उपयोग के कारण।
- पोस्ट-ट्रॉमेटिक गठिया: कोहनी में फ्रैक्चर या डिसलोकेशन जैसी चोटें उपास्थि को नुकसान पहुंचा सकती हैं और वर्षों बाद ऑस्टियोआर्थराइटिस का कारण बन सकती हैं।
- गाउट: यह एक प्रकार का गठिया है जो तब होता है जब शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड होता है, जिससे जोड़ों में क्रिस्टल जमा हो जाते हैं। यह कोहनी को प्रभावित कर सकता है।
- सोरियाटिक गठिया: यह गठिया का एक प्रकार है जो सोरायसिस नामक त्वचा की स्थिति वाले कुछ लोगों में विकसित होता है और कोहनी सहित जोड़ों में दर्द और सूजन पैदा कर सकता है।
- ल्यूपस: यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है, जिसमें जोड़ भी शामिल हैं, और कोहनी में दर्द और सूजन का कारण बन सकती है।
- किशोर गठिया: यह 16 वर्ष या उससे कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करने वाली बीमारियों का एक समूह है और कोहनी सहित कई जोड़ों में दर्द और सूजन पैदा कर सकता है।
कोहनी का गठिया का निदान कैसे करें?
कोहनी के गठिया का निदान आमतौर पर एक शारीरिक परीक्षा, चिकित्सा इतिहास की समीक्षा और इमेजिंग परीक्षणों के संयोजन के माध्यम से किया जाता है। निदान प्रक्रिया में शामिल चरण इस प्रकार हैं:
- चिकित्सा इतिहास: आपका डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में विस्तार से पूछेगा, जिसमें दर्द कब शुरू हुआ, यह कहाँ स्थित है, यह कितना गंभीर है, और क्या कोई ऐसी गतिविधियाँ हैं जो इसे बेहतर या बदतर बनाती हैं। वे आपकी पिछली कोहनी की चोटों, अन्य चिकित्सा स्थितियों (जैसे रुमेटीइड गठिया या गाउट), और आपके परिवार के गठिया के इतिहास के बारे में भी पूछेंगे।
- शारीरिक परीक्षा: आपका डॉक्टर आपकी कोहनी की सावधानीपूर्वक जांच करेगा। इसमें शामिल हो सकता है:
- दृश्य निरीक्षण: सूजन, लालिमा या किसी भी दृश्य विकृति की जांच करना।
- स्पर्श (Palpation): दर्द या कोमलता के क्षेत्रों को महसूस करना।
- गति की सीमा का आकलन: यह देखना कि आप अपनी कोहनी को कितनी दूर तक मोड़ और सीधा कर सकते हैं, साथ ही कलाई और अग्रबाहु की गति का भी आकलन किया जा सकता है।
- स्थिरता परीक्षण: यह जांचना कि क्या आपके कोहनी के लिगामेंट कमजोर हैं।
- पीसने या क्लिक करने की सनसनी महसूस करना जब आप अपनी कोहनी को हिलाते हैं।
- इमेजिंग परीक्षण: ये परीक्षण आपकी कोहनी के अंदर की संरचनाओं की तस्वीरें प्रदान करते हैं और गठिया के संकेतों को दिखाने में मदद कर सकते हैं:
- एक्स-रे: यह कोहनी की हड्डियों की तस्वीरें लेता है और हड्डी पर हड्डी के संपर्क, हड्डी के स्पर्स (अतिरिक्त हड्डी का बढ़ना), और जोड़ों की जगह के संकुचन जैसे गठिया के विशिष्ट परिवर्तनों को दिखा सकता है। एक्स-रे अक्सर पहला इमेजिंग परीक्षण होता है जो किया जाता है।
- एमआरआई (चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग): यह नरम ऊतकों, जैसे उपास्थि, लिगामेंट और टेंडन की विस्तृत छवियां बनाने के लिए रेडियो तरंगों और एक शक्तिशाली चुंबक का उपयोग करता है। एमआरआई उपास्थि क्षति और अन्य असामान्यताओं को दिखाने में मदद कर सकता है जो एक्स-रे पर स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देती हैं। यह पोस्ट-ट्रॉमेटिक गठिया के मूल्यांकन में विशेष रूप से उपयोगी हो सकता है।
- प्रयोगशाला परीक्षण: कुछ मामलों में, आपका डॉक्टर अन्य प्रकार के गठिया से इंकार करने के लिए रक्त परीक्षण का आदेश दे सकता है, जैसे कि रुमेटीइड गठिया या गाउट। उदाहरण के लिए:
- रुमेटीइड फैक्टर (RF) और एंटी-साइक्लिक सिट्रुलिनेटेड पेप्टाइड (anti-CCP) एंटीबॉडी परीक्षण: रुमेटीइड गठिया के निदान में मदद कर सकते हैं।
- यूरिक एसिड का स्तर: गाउट का निदान करने में मदद कर सकता है।
- एरिथ्रोसाइट अवसादन दर (ESR) और सी-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP): ये परीक्षण शरीर में सूजन के स्तर को माप सकते हैं, जो सूजन संबंधी गठिया में बढ़ सकता है।
- जोड़ का द्रव विश्लेषण (आर्थ्रोसेंटेसिस): कुछ स्थितियों में, आपका डॉक्टर सुई का उपयोग करके आपकी कोहनी के जोड़ से थोड़ा सा द्रव निकाल सकता है। इस द्रव का विश्लेषण संक्रमण, गाउट क्रिस्टल या सूजन के अन्य कारणों की जांच के लिए किया जा सकता है। यह रुमेटीइड गठिया और ऑस्टियोआर्थराइटिस के बीच अंतर करने में भी मदद कर सकता है।
कोहनी का गठिया का इलाज क्या है?
कोहनी के गठिया का कोई इलाज नहीं है, जिसका अर्थ है कि क्षतिग्रस्त उपास्थि को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। हालांकि, ऐसे कई उपचार उपलब्ध हैं जिनका उद्देश्य दर्द को कम करना, सूजन को नियंत्रित करना, गतिशीलता में सुधार करना और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है। उपचार के विकल्प गठिया की गंभीरता, आपके लक्षणों और आपकी समग्र स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करते हैं। कोहनी के गठिया के इलाज में शामिल हो सकते हैं:
गैर-सर्जिकल उपचार: ये उपचार अक्सर पहले आजमाए जाते हैं और हल्के से मध्यम गठिया वाले लोगों के लिए प्रभावी हो सकते हैं।
- दवाएं:
- दर्द निवारक (Pain relievers): ओवर-द-काउंटर दवाएं जैसे एसिटामिनोफेन (पैरासिटामोल) या गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) जैसे इबुप्रोफेन और नेप्रोक्सन दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। अधिक गंभीर दर्द के लिए डॉक्टर मजबूत दर्द निवारक दवाएं लिख सकते हैं।
- सूजनरोधी दवाएं (Anti-inflammatory drugs): NSAIDs सूजन और दर्द दोनों को कम करते हैं। इन्हें मौखिक रूप से या सामयिक क्रीम या जैल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन (Corticosteroid injections): ये शक्तिशाली सूजनरोधी दवाएं सीधे कोहनी के जोड़ में इंजेक्ट की जा सकती हैं। वे दर्द और सूजन से त्वरित राहत प्रदान कर सकते हैं, लेकिन इनके बार-बार उपयोग से उपास्थि को नुकसान हो सकता है, इसलिए इनका उपयोग सीमित होता है।
- रोग-संशोधक एंटीरूमेटिक दवाएं (DMARDs): ये दवाएं रुमेटीइड गठिया जैसे सूजन संबंधी गठिया के लिए उपयोग की जाती हैं। वे प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाकर जोड़ों को और अधिक नुकसान होने से बचाने में मदद करती हैं।
- भौतिक चिकित्सा (Physical therapy): एक भौतिक चिकित्सक आपको विशिष्ट व्यायाम सिखा सकता है जो कोहनी के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करने, लचीलापन बढ़ाने और गति की सीमा में सुधार करने में मदद करते हैं। वे दर्द को कम करने के लिए हीट, कोल्ड थेरेपी या अल्ट्रासाउंड जैसे तौर-तरीकों का भी उपयोग कर सकते हैं।
- ऑर्थोटिक्स और सहायक उपकरण (Orthotics and assistive devices):
- कोहनी के ब्रेसिज़ या स्प्लिंट्स (Elbow braces or splints): ये कोहनी को सहारा और स्थिरता प्रदान कर सकते हैं, दर्द को कम कर सकते हैं और आगे की क्षति को रोक सकते हैं। रात में स्प्लिंट पहनने से अकड़न कम हो सकती है।
- गतिविधि में बदलाव: ऐसी गतिविधियों से बचें जो आपके कोहनी के दर्द को बढ़ाती हैं। अपनी दैनिक गतिविधियों को इस तरह से संशोधित करें कि कोहनी पर कम तनाव पड़े।
सर्जिकल उपचार: यदि गैर-सर्जिकल उपचार से पर्याप्त राहत नहीं मिलती है और दर्द और विकलांगता बनी रहती है, तो सर्जरी एक विकल्प हो सकता है।
- आर्थ्रोस्कोपी (Arthroscopy): यह एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है जिसमें छोटे चीरों के माध्यम से एक छोटा कैमरा और उपकरण डाला जाता है। सर्जन क्षतिग्रस्त उपास्थि को हटा सकता है, हड्डी के स्पर्स को चिकना कर सकता है, या ढीले ऊतक को निकाल सकता है। यह हल्के से मध्यम गठिया वाले कुछ लोगों के लिए एक विकल्प हो सकता है।
- ओपन डिब्रिडमेंट (Open debridement): इस प्रक्रिया में, सर्जन कोहनी के जोड़ को खोलने के लिए एक बड़ा चीरा लगाता है और क्षतिग्रस्त उपास्थि और हड्डी के स्पर्स को हटा देता है।
- कोहनी का प्रतिस्थापन (Elbow replacement – आर्थ्रोप्लास्टी): यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें क्षतिग्रस्त कोहनी के जोड़ को कृत्रिम जोड़ (प्रोस्थेसिस) से बदल दिया जाता है। यह गंभीर गठिया वाले लोगों के लिए एक विकल्प हो सकता है जब अन्य उपचार विफल हो जाते हैं।
- फ्यूजन (Arthrodesis): कुछ दुर्लभ मामलों में, जहां दर्द बहुत गंभीर होता है और गतिशीलता महत्वपूर्ण नहीं होती है, सर्जन कोहनी की हड्डियों को एक साथ जोड़ सकता है ताकि जोड़ को स्थिर किया जा सके और दर्द कम किया जा सके। हालांकि, इससे कोहनी की गति पूरी तरह से समाप्त हो जाती है।
कोहनी का गठिया का घरेलू इलाज क्या है?
कोहनी के गठिया के लक्षणों को प्रबंधित करने और राहत प्रदान करने के लिए कई घरेलू उपचार हैं। ये उपचार चिकित्सा उपचारों के पूरक के रूप में उपयोग किए जा सकते हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टर द्वारा निर्धारित उपचार योजनाओं को प्रतिस्थापित नहीं करना चाहिए। कोहनी के गठिया के लिए कुछ आजमाए गए घरेलू उपचार इस प्रकार हैं:
- आराम: दर्द होने पर अपनी कोहनी को आराम देना महत्वपूर्ण है। ऐसी गतिविधियों से बचें जो आपके दर्द को बढ़ाती हैं। हालांकि, लंबे समय तक निष्क्रियता से अकड़न हो सकती है, इसलिए हल्के आंदोलन महत्वपूर्ण हैं जब दर्द अनुमति दे।
- बर्फ: सूजन और दर्द को कम करने के लिए दिन में कई बार 15-20 मिनट के लिए प्रभावित कोहनी पर बर्फ लगाएं। बर्फ को सीधे त्वचा पर न लगाएं; इसे तौलिये में लपेटें।
- गर्मी: अकड़न को कम करने और मांसपेशियों को आराम देने के लिए गर्मी का उपयोग किया जा सकता है। आप गर्म पानी की बोतल, हीटिंग पैड या गर्म स्नान का उपयोग कर सकते हैं। कुछ लोगों को बर्फ और गर्मी के बीच बारी-बारी से उपयोग करने से राहत मिलती है।
- संपीड़न: सूजन को कम करने के लिए एक लोचदार पट्टी का उपयोग करके कोहनी को धीरे से बांधें। सुनिश्चित करें कि पट्टी बहुत तंग न हो, क्योंकि इससे परिसंचरण बाधित हो सकता है।
- ऊंचाई: जब आप बैठे या लेटे हों तो अपनी कोहनी को हृदय स्तर से ऊपर उठाकर सूजन को कम करने में मदद करें। आप तकियों का उपयोग कर सकते हैं।
- हल्के व्यायाम: जब दर्द कम हो जाए, तो अपनी कोहनी की गति की सीमा और लचीलेपन को बनाए रखने के लिए कोमल व्यायाम करें। इसमें कोहनी को धीरे-धीरे मोड़ना और सीधा करना, और कलाई और अग्रबाहु को घुमाना शामिल हो सकता है। अपने डॉक्टर या भौतिक चिकित्सक से विशिष्ट व्यायामों के बारे में सलाह लें।
- वजन प्रबंधन: यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं, तो वजन कम करने से आपके जोड़ों पर पड़ने वाला दबाव कम हो सकता है, हालांकि कोहनी एक भार-असर वाला जोड़ नहीं है जितना कि कूल्हा या घुटना। फिर भी, समग्र स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
- पौष्टिक आहार: एक संतुलित आहार लें जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों, जैसे कि फल, सब्जियां, साबुत अनाज और ओमेगा-3 फैटी एसिड (मछली, अलसी के बीज)। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों और उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें, जो सूजन को बढ़ा सकते हैं।
- हर्बल उपचार और पूरक: कुछ लोगों को अदरक, हल्दी या विलो छाल जैसे हर्बल उपचारों से राहत मिलती है, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ग्लूकोसामाइन और कोंड्रोइटिन जैसे पूरक भी कुछ लोगों द्वारा उपयोग किए जाते हैं, हालांकि वैज्ञानिक प्रमाण मिश्रित हैं। किसी भी हर्बल उपचार या पूरक का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें, खासकर यदि आप अन्य दवाएं ले रहे हैं।
- एक्यूपंक्चर: कुछ लोगों को एक्यूपंक्चर से कोहनी के गठिया के दर्द में राहत मिलती है। यह एक पारंपरिक चीनी चिकित्सा तकनीक है जिसमें शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर पतली सुइयां डाली जाती हैं।
- सहायक उपकरण: कुछ मामलों में, कोहनी के ब्रेस या स्प्लिंट का उपयोग करने से कोहनी को सहारा मिल सकता है और दर्द कम हो सकता है।
कोहनी का गठिया में क्या खाएं और क्या न खाएं?
कोहनी के गठिया के लिए कोई विशिष्ट आहार नहीं है जो सीधे तौर पर इसका इलाज कर सके। हालांकि, कुछ खाद्य पदार्थ सूजन को कम करने और हड्डियों के स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद कर सकते हैं, जबकि अन्य सूजन को बढ़ा सकते हैं या दवा के साथ हस्तक्षेप कर सकते हैं। यहां एक सामान्य मार्गदर्शन दिया गया है कि कोहनी के गठिया में क्या खाएं और क्या न खाएं:
क्या खाएं (ऐसे खाद्य पदार्थ जो सहायक हो सकते हैं):
- एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ:
- फल और सब्जियां: जामुन (जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी), चेरी, संतरा, पत्तेदार साग (पालक, केल), ब्रोकली, फूलगोभी, शिमला मिर्च। ये एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ: वसायुक्त मछली (जैसे सैल्मन, मैकेरल, सार्डिन), अलसी के बीज, चिया बीज, अखरोट। ओमेगा-3 फैटी एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- जैतून का तेल: स्वस्थ वसा का एक अच्छा स्रोत जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- हल्दी: इसमें करक्यूमिन नामक एक यौगिक होता है जिसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं। इसे भोजन में शामिल करें या हल्दी की चाय पिएं।
- अदरक: इसमें भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसे भोजन में या चाय के रूप में इस्तेमाल करें।
- लहसुन और प्याज: इनमें ऐसे यौगिक होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ:
- कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ: डेयरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर), हरी पत्तेदार सब्जियां, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ (जैसे संतरे का रस, अनाज)।
- विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ: वसायुक्त मछली, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ (जैसे दूध, अनाज)। विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है।
- हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जोड़ों को चिकनाई देने और समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
क्या न खाएं (ऐसे खाद्य पदार्थ जो लक्षणों को बढ़ा सकते हैं या दवाओं के साथ हस्तक्षेप कर सकते हैं):
- प्रोसेस्ड और जंक फूड: इनमें अक्सर अस्वास्थ्यकर वसा, अतिरिक्त चीनी और कृत्रिम तत्व होते हैं जो सूजन को बढ़ा सकते हैं।
- अतिरिक्त चीनी: मीठे पेय, कैंडी और बेक्ड सामान सूजन को बढ़ावा दे सकते हैं।
- अत्यधिक संतृप्त और ट्रांस वसा: लाल मांस, प्रोसेस्ड मीट और तले हुए खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। ये सूजन को बढ़ा सकते हैं।
- अत्यधिक ओमेगा-6 फैटी एसिड: मकई का तेल, सूरजमुखी का तेल और सोयाबीन तेल में पाए जाते हैं। इनका सेवन ओमेगा-3 के साथ संतुलन में होना चाहिए।
- परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट: सफेद ब्रेड, पास्ता और चावल जैसे खाद्य पदार्थ सूजन को बढ़ा सकते हैं। साबुत अनाज चुनें।
- नाइटशेड सब्जियां (कुछ लोगों में): टमाटर, बैंगन, आलू और शिमला मिर्च कुछ संवेदनशील लोगों में सूजन को बढ़ा सकते हैं। यदि आपको लगता है कि ये आपके लक्षणों को प्रभावित कर रहे हैं तो इनका सेवन सीमित करें।
- अल्कोहल: कुछ प्रकार की गठिया में लक्षणों को बढ़ा सकता है और कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है। अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- उच्च प्यूरिन वाले खाद्य पदार्थ (गाउट वाले लोगों के लिए): रेड मीट, ऑर्गन मीट, शेलफिश और कुछ प्रकार की मछली में प्यूरिन अधिक होता है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है और गाउट के दौरे को ट्रिगर कर सकता है।
- कुछ खाद्य पदार्थ जो दवाओं के साथ हस्तक्षेप कर सकते हैं: यदि आप वारफेरिन जैसी रक्त पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो विटामिन के से भरपूर खाद्य पदार्थों (जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां) का सेवन स्थिर रखें। अपनी दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें और क्या कोई विशिष्ट खाद्य पदार्थ हैं जिनसे आपको बचना चाहिए या जिनका सेवन सीमित करना चाहिए।
कोहनी का गठिया के जोखिम को कैसे कम करें?
कोहनी के गठिया के जोखिम को पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है, खासकर यदि आपके कुछ जोखिम कारक जैसे कि उम्र या आनुवंशिकी हैं। हालांकि, कुछ कदम उठाकर आप इसके विकास की संभावना को कम कर सकते हैं या इसकी शुरुआत को धीमा कर सकते हैं:
- चोटों से बचाव: कोहनी की चोटें पोस्ट-ट्रॉमेटिक गठिया का एक महत्वपूर्ण कारण हैं। इसलिए, कोहनी की चोटों से बचाव करना महत्वपूर्ण है:
- खेलों के दौरान उचित सुरक्षात्मक उपकरण पहनें: यदि आप ऐसे खेल खेलते हैं जिनमें कोहनी में चोट लगने का खतरा होता है, तो उचित सपोर्ट वाले उपकरण का उपयोग करें।
- खेलने या व्यायाम करने से पहले वार्म-अप करें: अपनी मांसपेशियों को तैयार करने से चोट लगने का खतरा कम हो सकता है।
- अत्यधिक गतिविधियों से बचें: धीरे-धीरे अपनी गतिविधि के स्तर को बढ़ाएं और अचानक या अत्यधिक तनाव से बचें।
- सतर्क रहें: ऐसी गतिविधियों से बचें जिनमें गिरने या कोहनी पर सीधा आघात लगने का खतरा हो।
- अत्यधिक उपयोग से बचें: यदि आपके काम या शौक में कोहनी का बार-बार और अत्यधिक उपयोग शामिल है, तो ब्रेक लें और अपनी कोहनी को आराम दें। अपनी तकनीक में बदलाव करने या सहायक उपकरणों का उपयोग करने पर विचार करें ताकि कोहनी पर पड़ने वाले तनाव को कम किया जा सके।
- रुमेटीइड गठिया का प्रबंधन: यदि आपको रुमेटीइड गठिया है, तो अपनी उपचार योजना का सख्ती से पालन करें। सूजन को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने से जोड़ों को आगे होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिल सकती है, जिसमें कोहनी भी शामिल है।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: हालांकि कोहनी कूल्हे या घुटने की तरह भार-असर वाला जोड़ नहीं है, स्वस्थ वजन बनाए रखना आपके जोड़ों पर समग्र तनाव को कम करने में मदद कर सकता है और अन्य प्रकार के गठिया के जोखिम को कम कर सकता है जो कोहनी को प्रभावित कर सकते हैं।
- अच्छी मुद्रा बनाए रखें: बैठने और खड़े होने के दौरान अच्छी मुद्रा बनाए रखने से आपके शरीर के सभी जोड़ों पर समान रूप से वजन वितरित करने में मदद मिलती है।
- नियमित व्यायाम करें: कोहनी के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करने वाले हल्के व्यायाम जोड़ों को सहारा देने और स्थिर करने में मदद कर सकते हैं। लचीलापन बनाए रखने के लिए कोमल स्ट्रेचिंग भी महत्वपूर्ण है। अपने डॉक्टर या भौतिक चिकित्सक से उचित व्यायामों के बारे में सलाह लें।
- संतुलित आहार लें: एक स्वस्थ आहार जो एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हो, समग्र जोड़ों के स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है।
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान रक्त परिसंचरण को खराब कर सकता है और जोड़ों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
सारांश
कोहनी का गठिया कोहनी के जोड़ में उपास्थि के क्षतिग्रस्त होने या घिस जाने की स्थिति है, जिससे दर्द, सूजन और अकड़न होती है। इसके मुख्य कारणों में ऑस्टियोआर्थराइटिस (उम्र से संबंधित घिसाव या पिछली चोटें), रुमेटीइड गठिया (एक ऑटोइम्यून बीमारी), और कोहनी की पिछली चोटें शामिल हैं। लक्षणों में दर्द, अकड़न, सूजन, गति की कमी और पीसने की सनसनी शामिल हैं।
कुछ लोगों में कोहनी के गठिया का खतरा अधिक होता है, जैसे कि वृद्ध लोग, पिछली कोहनी की चोट वाले व्यक्ति, रुमेटीइड गठिया वाले लोग और जिनके काम या शौक में कोहनी का अत्यधिक उपयोग शामिल है। निदान शारीरिक परीक्षा, चिकित्सा इतिहास और एक्स-रे जैसे इमेजिंग परीक्षणों के माध्यम से किया जाता है।
कोहनी के गठिया का कोई इलाज नहीं है, लेकिन उपचार का उद्देश्य दर्द को कम करना, सूजन को नियंत्रित करना और गतिशीलता में सुधार करना है। उपचार में दवाएं, भौतिक चिकित्सा, ब्रेसिज़ और गतिविधि में बदलाव शामिल हो सकते हैं। गंभीर मामलों में सर्जरी (आर्थ्रोस्कोपी, ओपन डिब्रिडमेंट या प्रतिस्थापन) एक विकल्प हो सकता है। घरेलू उपचार, जैसे आराम, बर्फ, गर्मी और हल्के व्यायाम, लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं। कोहनी की चोटों से बचाव और अत्यधिक उपयोग से बचना जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।