मुँह के छाले
मुँह के छाले क्या है?
मुँह के छाले, जिन्हें कैंकर सोर या माउथ अल्सर भी कहा जाता है, मुँह के अंदर होने वाले छोटे, दर्दनाक घाव होते हैं। ये घाव आमतौर पर गालों के अंदर, होंठों पर, जीभ पर या मसूड़ों पर होते हैं।
मुँह के छालों के लक्षण:
- मुँह के अंदर छोटे, गोल या अंडाकार घाव, जो आमतौर पर सफेद या पीले रंग के होते हैं और उनके चारों ओर लाल रंग का घेरा होता है।
- घाव में दर्द, खासकर जब आप खाते या पीते हैं।
- कुछ मामलों में, सूजन या जलन।
मुँह के छालों के कारण:
- चोट: मुँह के अंदर चोट लगना, जैसे कि दाँत से गाल का कट जाना या ब्रश करते समय चोट लगना।
- तनाव: तनाव या चिंता भी मुँह के छालों का कारण बन सकती है।
- हार्मोनल परिवर्तन: महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल परिवर्तन भी छालों का कारण बन सकते हैं।
- कुछ खाद्य पदार्थ: कुछ लोगों को खट्टे फल, मसालेदार भोजन या चॉकलेट जैसे खाद्य पदार्थों से एलर्जी हो सकती है, जिससे छाले हो सकते हैं।
- विटामिन की कमी: विटामिन बी12, आयरन या फोलिक एसिड की कमी भी छालों का कारण बन सकती है।
- अन्य कारण: कुछ मामलों में, मुँह के छाले किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकते हैं।
मुँह के छालों का उपचार:
- आमतौर पर, मुँह के छाले एक या दो सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
- दर्द से राहत के लिए, आप दर्द निवारक दवाएँ ले सकते हैं या माउथवॉश का उपयोग कर सकते हैं।
- कुछ घरेलू उपचार भी दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि नमक के पानी से गरारे करना या शहद लगाना।
- यदि छाले गंभीर हैं या दो सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
मुँह के छालों से बचाव:
- मुँह को चोट से बचाने के लिए सावधानी बरतें।
- तनाव कम करने के लिए योग या ध्यान करें।
- संतुलित आहार लें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ।
- यदि आपको किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी है, तो उससे बचें।
- नियमित रूप से दाँतों की सफाई करें।
यदि आपको मुँह के छालों के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
मुँह के छाले के कारण क्या हैं?
मुँह के छाले, जिन्हें कैंकर सोर या माउथ अल्सर भी कहा जाता है, कई कारणों से हो सकते हैं। यहाँ कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:
चोट और जलन:
- मुँह में चोट: गलती से गाल या जीभ काट लेना, या बहुत ज़ोर से ब्रश करने से भी छाले हो सकते हैं।
- दंत उपकरण: ब्रेसेस या डेन्चर जैसे दंत उपकरणों से रगड़ लगने पर छाले हो सकते हैं।
- गर्म भोजन या पेय: बहुत गर्म भोजन या पेय से मुँह के अंदर की त्वचा जल सकती है और छाले हो सकते हैं।
खाद्य पदार्थ और रसायन:
- एसिडिक खाद्य पदार्थ: खट्टे फल, टमाटर, या मसालेदार भोजन जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थ मुँह में जलन पैदा कर सकते हैं।
- एलर्जी: कुछ लोगों को कुछ खाद्य पदार्थों या रसायनों से एलर्जी होती है, जिससे छाले हो सकते हैं।
- सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS): कुछ टूथपेस्ट और माउथवॉश में SLS होता है, जो कुछ लोगों में छाले पैदा कर सकता है।
चिकित्सा स्थितियाँ और अन्य कारक:
- तनाव: तनाव या चिंता भी मुँह के छालों का कारण बन सकती है।
- हार्मोनल परिवर्तन: महिलाओं में मासिक धर्म या गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन से छाले हो सकते हैं।
- विटामिन की कमी: विटामिन बी12, आयरन, या फोलेट जैसे कुछ विटामिनों की कमी से छाले हो सकते हैं।
- वायरल संक्रमण: कुछ वायरल संक्रमण, जैसे कि हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस, मुँह में छाले पैदा कर सकते हैं।
- अन्य चिकित्सा स्थितियाँ: कुछ चिकित्सा स्थितियाँ, जैसे कि सीलिएक रोग या बेहेट रोग, भी मुँह के छालों का कारण बन सकती हैं।
यदि आपको बार-बार मुँह के छाले होते हैं या यदि वे गंभीर हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
मुँह के छाले के संकेत और लक्षण क्या हैं?
मुँह के छाले, जिन्हें कैंकर सोर या माउथ अल्सर भी कहा जाता है, आमतौर पर दर्दनाक होते हैं और खाने-पीने में परेशानी पैदा कर सकते हैं। इनके कुछ सामान्य संकेत और लक्षण इस प्रकार हैं:
- छोटे, गोल या अंडाकार घाव: ये घाव आमतौर पर सफेद या पीले रंग के होते हैं और उनके चारों ओर लाल रंग का घेरा होता है।
- दर्द: छालों में दर्द होता है, खासकर जब आप खाते या पीते हैं। गर्म, मसालेदार या अम्लीय खाद्य पदार्थ खाने से दर्द बढ़ सकता है।
- जलन या चुभन: छाले होने से पहले आपको मुँह में जलन या चुभन महसूस हो सकती है।
- सूजन: छालों के आसपास का क्षेत्र सूज सकता है।
- खाने या बोलने में कठिनाई: गंभीर मामलों में, छाले खाने, पीने या बोलने में कठिनाई पैदा कर सकते हैं।
- संवेदनशीलता: प्रभावित क्षेत्र गर्म, मसालेदार या अम्लीय खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशील हो सकता है।
यहाँ कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:
- मुँह के छाले आमतौर पर गालों के अंदर, होंठों पर, जीभ पर या मसूड़ों पर होते हैं।
- कुछ मामलों में, आपको बुखार या थकान भी महसूस हो सकती है।
- यदि छाले तीन सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो चिकित्सीय हस्तक्षेप की सलाह दी जाती है।
मुँह के छाले का खतरा किसे अधिक होता है?
मुँह के छाले किसी को भी हो सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में इनका खतरा अधिक होता है। यहाँ कुछ कारक दिए गए हैं जो मुँह के छालों के खतरे को बढ़ाते हैं:
1. आनुवंशिक प्रवृत्ति:
- कुछ लोगों में मुँह के छाले होने की आनुवंशिक प्रवृत्ति होती है। यदि आपके परिवार में किसी को बार-बार मुँह के छाले होते हैं, तो आपको भी इनका खतरा अधिक हो सकता है।
2. हार्मोनल परिवर्तन:
- महिलाओं में मासिक धर्म, गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल परिवर्तन मुँह के छालों को ट्रिगर कर सकते हैं।
3. तनाव और चिंता:
- तनाव और चिंता प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं, जिससे मुँह के छालों का खतरा बढ़ जाता है।
4. पोषक तत्वों की कमी:
- विटामिन बी12, आयरन, फोलेट या जिंक जैसे कुछ पोषक तत्वों की कमी से मुँह के छाले हो सकते हैं।
5. खाद्य एलर्जी या संवेदनशीलता:
- कुछ लोगों को कुछ खाद्य पदार्थों, जैसे कि खट्टे फल, चॉकलेट, मसालेदार भोजन या अखरोट से एलर्जी या संवेदनशीलता होती है, जिससे मुँह के छाले हो सकते हैं।
6. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली:
- जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जैसे कि एचआईवी/एड्स या ऑटोइम्यून बीमारियों वाले लोग, उन्हें मुँह के छालों का खतरा अधिक होता है।
7. कुछ दवाएँ:
- कुछ दवाएँ, जैसे कि बीटा-ब्लॉकर्स या एनएसएआईडी, मुँह के छालों को ट्रिगर कर सकती हैं।
8. चोट या जलन:
- मुँह में चोट लगना, जैसे कि दाँत से गाल का कट जाना या बहुत ज़ोर से ब्रश करना, मुँह के छालों का कारण बन सकता है।
9. धूम्रपान:
- धूम्रपान करने वालों में मुंह के छाले होने का खतरा अधिक होता है।
यदि आपको बार-बार मुँह के छाले होते हैं या यदि वे गंभीर हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
मुँह के छाले से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?
मुँह के छाले, जिन्हें कैंकर सोर या माउथ अल्सर भी कहा जाता है, कई बीमारियों से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मुँह के छाले आमतौर पर हानिरहित होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में, वे अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत दे सकते हैं। यहाँ कुछ बीमारियाँ दी गई हैं जो मुँह के छालों से जुड़ी हो सकती हैं:
1. सीलिएक रोग:
- यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें ग्लूटेन खाने से छोटी आंत क्षतिग्रस्त हो जाती है।
- मुँह के छाले सीलिएक रोग के सामान्य लक्षणों में से एक हैं।
2. बेहेट रोग:
- यह एक दुर्लभ विकार है जो शरीर में रक्त वाहिकाओं की सूजन का कारण बनता है।
- मुँह के छाले बेहेट रोग का एक प्रमुख लक्षण हैं।
3. वायरल संक्रमण:
- कुछ वायरल संक्रमण, जैसे कि हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस, मुँह में छाले पैदा कर सकते हैं।
4. विटामिन की कमी:
- विटामिन बी12, आयरन या फोलेट जैसे कुछ विटामिनों की कमी से मुँह के छाले हो सकते हैं।
5. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली:
- जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जैसे कि एचआईवी/एड्स या ऑटोइम्यून बीमारियों वाले लोग, उन्हें मुँह के छालों का खतरा अधिक होता है।
6. सूजन आंत्र रोग (आईबीडी):
- क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे आईबीडी मुँह के छालों का कारण बन सकते हैं।
7. ल्यूपस:
- यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है, जिसमें मुँह भी शामिल है।
8. मुंह का कैंसर:
- दुर्लभ मामलों में, लगातार बने रहने वाले मुँह के छाले मुँह के कैंसर का संकेत दे सकते हैं।
9. एचआईवी/एड्स:
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण, एचआईवी/एड्स वाले लोगों में मुँह के छाले होने का खतरा बढ़ जाता है।
10. अन्य स्थितियाँ:
- अन्य चिकित्सा स्थितियाँ, जैसे कि रिएक्टिव आर्थराइटिस, भी मुँह के छालों का कारण बन सकती हैं।
यदि आपको बार-बार मुँह के छाले होते हैं या यदि वे गंभीर हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
मुँह के छाले का निदान कैसे करें?
मुँह के छालों का निदान आमतौर पर एक साधारण दृश्य निरीक्षण के माध्यम से किया जाता है। डॉक्टर आपके मुँह का परीक्षण करके और आपके लक्षणों के बारे में पूछकर निदान कर सकते हैं।
यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे मुँह के छालों का निदान किया जा सकता है:
- दृश्य निरीक्षण:
- डॉक्टर आपके मुँह के अंदर के घावों की जाँच करेंगे।
- वे घावों के आकार, रंग और स्थान को देखेंगे।
- चिकित्सा इतिहास:
- डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों के बारे में पूछेंगे, जैसे कि घाव कितने समय से हैं, क्या वे दर्दनाक हैं, और क्या आपको कोई अन्य लक्षण हैं।
- वे आपसे आपके चिकित्सा इतिहास के बारे में भी पूछ सकते हैं, जैसे कि क्या आपको कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है या क्या आप कोई दवा ले रहे हैं।
- बायोप्सी:
- दुर्लभ मामलों में, डॉक्टर घाव का एक छोटा सा नमूना ले सकते हैं और इसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज सकते हैं।
- यह मुँह के कैंसर जैसी अधिक गंभीर स्थितियों का पता लगाने में मदद कर सकता है।
- रक्त परीक्षण:
- यदि डॉक्टर को संदेह है कि आपके छाले किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के कारण हो रहे हैं, तो वे रक्त परीक्षण का आदेश दे सकते हैं।
- यह विटामिन की कमी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाने में मदद कर सकता है।
यहाँ कुछ स्थितियाँ दी गई हैं जिनके लिए डॉक्टर को अतिरिक्त परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है:
- यदि छाले 3 सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं।
- यदि छाले बहुत बड़े या दर्दनाक हैं।
- यदि आपको बुखार या अन्य लक्षण हैं।
- यदि डॉक्टर को संदेह है कि आपके छाले किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के कारण हो रहे हैं।
यदि आपको मुँह के छालों के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
मुँह के छाले का इलाज क्या है?
मुँह के छालों का इलाज उनके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। यहाँ कुछ सामान्य उपचार दिए गए हैं:
घरेलू उपचार:
- नमक के पानी से गरारे: यह सबसे सरल और प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। नमक में प्राकृतिक जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो दर्द को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
- शहद: शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- एलोवेरा जेल: एलोवेरा जेल में शीतलन और सुखदायक गुण होते हैं, जो दर्द को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
- बेकिंग सोडा: बेकिंग सोडा एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है, जो छालों को साफ करने और संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है।
- मुलेठी: मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
दवाएँ:
- दर्द निवारक दवाएँ: दर्द से राहत के लिए, आप ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाएँ, जैसे कि इबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन ले सकते हैं।
- माउथवॉश: कुछ माउथवॉश में एंटीसेप्टिक या दर्द निवारक तत्व होते हैं, जो छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- टॉपिकल क्रीम या जेल: डॉक्टर आपको छालों पर लगाने के लिए एक सामयिक क्रीम या जेल लिख सकते हैं, जिसमें कॉर्टिकोस्टेरॉइड या अन्य दवाएँ हों।
- विटामिन सप्लीमेंट: यदि आपके छाले विटामिन की कमी के कारण होते हैं, तो डॉक्टर आपको विटामिन सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं।
अन्य उपचार:
- लेजर थेरेपी: कुछ मामलों में, डॉक्टर छालों को ठीक करने के लिए लेजर थेरेपी का उपयोग कर सकते हैं।
- मुँह के छाले पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से बचें: यदि आपको पता है कि कुछ खाद्य पदार्थ आपके छालों को ट्रिगर करते हैं, तो उनसे बचें।
- तनाव कम करें: तनाव छालों को ट्रिगर कर सकता है, इसलिए तनाव कम करने के तरीके खोजें, जैसे कि योग या ध्यान।
- स्वस्थ आहार लें: एक स्वस्थ आहार खाने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और छालों को रोकने में मदद मिल सकती है।
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान छालों को खराब कर सकता है, इसलिए धूम्रपान छोड़ना सबसे अच्छा है।
- डॉक्टर से परामर्श करें: यदि आपके छाले गंभीर हैं, बार-बार होते हैं, या दो सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
यहाँ कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं:
- नरम खाद्य पदार्थ खाएं जो चबाने में आसान हों।
- गर्म, मसालेदार या अम्लीय खाद्य पदार्थों से बचें।
- स्ट्रॉ का उपयोग करके पिएं ताकि तरल पदार्थ सीधे छालों के संपर्क में न आए।
- अपने दाँतों को धीरे से ब्रश करें।
- पर्याप्त पानी पिएं।
मुँह के छाले का घरेलू इलाज क्या है?
मुँह के छाले आमतौर पर हानिरहित होते हैं और कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर आप दर्द से राहत पाना चाहते हैं, तो आप कुछ घरेलू उपचार आजमा सकते हैं। यहाँ कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जिनका उपयोग आप मुँह के छालों के इलाज के लिए कर सकते हैं:
- नमक का पानी:
- एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं।
- इस पानी से दिन में कई बार गरारे करें।
- नमक में प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- शहद:
- शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- छालों पर थोड़ी मात्रा में शहद लगाएं।
- इसे दिन में कई बार दोहराएं।
- एलोवेरा जेल:
- एलोवेरा जेल में शीतलन और सुखदायक गुण होते हैं।
- छालों पर थोड़ी मात्रा में एलोवेरा जेल लगाएं।
- इसे दिन में कई बार दोहराएं।
- बेकिंग सोडा:
- एक चम्मच बेकिंग सोडा को एक गिलास पानी में मिलाएं।
- इस घोल से दिन में कई बार गरारे करें।
- बेकिंग सोडा छालों को साफ करने और संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है।
- नारियल तेल:
- नारियल तेल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- छालों पर थोड़ी मात्रा में नारियल तेल लगाएं।
- इसे दिन में कई बार दोहराएं।
- हल्दी का पेस्ट:
- हल्दी का पेस्ट बनाने से मुंह के छालों की परेशानी से राहत मिल सकती है।
- पेस्ट बनाने के लिए एक चुटकी हल्दी पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाएं।
- इस पेस्ट को सीधे अल्सर पर लगाएं और अपना मुंह धोने से पहले इसे कुछ मिनट के लिए छोड़ दें।
- सेब का सिरका:
- सेब का सिरका मुंह की गंदगी ही नहीं बल्कि छाले से छुटकारा पाने के लिए भी सेब के सिरके का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- एक गिलास पानी में 2 चम्मच सेब का सिरका डालकर मिला लें. अब इस पानी को मुंह में भरें और फिर थूक दें। इस तरह सेब के सिरके से कुछ देर कुल्ला कर लें।
इन घरेलू उपचारों के अलावा, आप इन बातों का भी ध्यान रख सकते हैं:
- मसालेदार और अम्लीय खाद्य पदार्थों से बचें।
- नरम खाद्य पदार्थ खाएं जो चबाने में आसान हों।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- तनाव से बचें।
मुँह के छाले में क्या खाएं और क्या न खाएं?
मुँह के छाले होने पर खाने-पीने का खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि दर्द न बढ़े और छाले जल्दी ठीक हो जाएं। यहाँ बताया गया है कि मुँह के छाले होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं:
क्या खाएं:
- ठंडी चीजें:
- दही
- आइसक्रीम
- ठंडा दूध
- ठंडे फल (तरबूज, खरबूजा)
- नरम चीजें:
- दलिया
- खिचड़ी
- उबले हुए आलू
- पनीर
- दाल
- विटामिन सी युक्त फल:
- संतरा (अगर ज्यादा खट्टा न लगे)
- कीवी
- अन्य चीजें:
- शहद (इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं)
- घी और हल्दी का मिश्रण।
क्या न खाएं:
- मसालेदार भोजन:
- मिर्च
- गरम मसाला
- खट्टे फल:
- नींबू
- टमाटर
- कठोर और कुरकुरे खाद्य पदार्थ:
- चिप्स
- बिस्कुट
- तले हुए खाद्य पदार्थ।
- गर्म पेय:
- चाय
- कॉफी
- शराब और तंबाकू:
- इनसे छाले और बढ़ सकते हैं।
कुछ अतिरिक्त सुझाव:
- भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
- खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में खाएं।
- खाने को धीरे-धीरे चबाएं।
- अगर आपको किसी विशेष भोजन से परेशानी हो रही है, तो उससे बचें।
यदि आपके छाले गंभीर हैं या दो सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
मुँह के छाले के जोखिम को कैसे कम करें?
मुँह के छालों के जोखिम को कम करने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- मुँह की स्वच्छता बनाए रखें:
- दिन में दो बार नरम ब्रश से दाँत साफ करें।
- नियमित रूप से फ्लॉसिंग करें।
- एंटीसेप्टिक माउथवॉश का उपयोग करें।
- तनाव कम करें:
- तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान या गहरी साँस लेने के व्यायाम करें।
- पर्याप्त नींद लें।
- स्वस्थ आहार लें:
- विटामिन बी12, आयरन और फोलेट जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं।
- खट्टे फल, मसालेदार भोजन और चॉकलेट जैसे ट्रिगर खाद्य पदार्थों से बचें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- मुँह में चोट से बचें:
- धीरे-धीरे चबाएं और खाना निगलें।
- खेल खेलते समय या अन्य गतिविधियों में भाग लेते समय माउथगार्ड पहनें।
- दंत उपकरणों (जैसे ब्रेसेस) को ठीक से समायोजित करें।
- धूम्रपान और शराब से बचें:
- धूम्रपान और शराब मुँह के छालों को खराब कर सकते हैं।
- डेंटिस्ट से नियमित जांच कराएं:
- अपने दाँतों और मसूड़ों की नियमित जांच के लिए डेंटिस्ट से मिलें।
- एलर्जी से बचें:
- यदि आपको किसी खाद्य पदार्थ या रसायन से एलर्जी है, तो उससे बचें।
- सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS) युक्त टूथपेस्ट और माउथवॉश से बचें।
- विटामिन की कमी को पूरा करें:
- यदि आपको विटामिन की कमी है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर विटामिन सप्लीमेंट लें।
यदि आपको बार-बार मुँह के छाले होते हैं या यदि वे गंभीर हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
सारांश
मुँह के छाले, जिन्हें कैंकर सोर या माउथ अल्सर भी कहा जाता है, मुँह के अंदर होने वाले छोटे, दर्दनाक घाव होते हैं। ये घाव आमतौर पर गालों के अंदर, होंठों पर, जीभ पर या मसूड़ों पर होते हैं।
मुँह के छालों के कारण:
- मुँह के अंदर चोट लगना
- तनाव
- हार्मोनल परिवर्तन
- कुछ खाद्य पदार्थ
- विटामिन की कमी
- अन्य कारण
मुँह के छालों के लक्षण:
- मुँह के अंदर छोटे, गोल या अंडाकार घाव, जो आमतौर पर सफेद या पीले रंग के होते हैं और उनके चारों ओर लाल रंग का घेरा होता है।
- घाव में दर्द, खासकर जब आप खाते या पीते हैं।
- कुछ मामलों में, सूजन या जलन।
मुँह के छालों का उपचार:
- आमतौर पर, मुँह के छाले एक या दो सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
- दर्द से राहत के लिए, आप दर्द निवारक दवाएँ ले सकते हैं या माउथवॉश का उपयोग कर सकते हैं।
- कुछ घरेलू उपचार भी दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि नमक के पानी से गरारे करना या शहद लगाना।
- यदि छाले गंभीर हैं या दो सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
मुँह के छालों से बचाव:
- मुँह को चोट से बचाने के लिए सावधानी बरतें।
- तनाव कम करने के लिए योग या ध्यान करें।
- संतुलित आहार लें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ।
- यदि आपको किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी है, तो उससे बचें।
- नियमित रूप से दाँतों की सफाई करें।