जमे हुए कंधे
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जमे हुए कंधे

जमे हुए कंधे क्या है?

जमे हुए कंधे, जिसे चिकित्सा भाषा में एडहेसिव कैप्सुलिटिस भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे का जोड़ धीरे-धीरे कठोर और दर्दनाक हो जाता है। यह स्थिति तब होती है जब कंधे के जोड़ को घेरने वाले ऊतक मोटे और कड़े हो जाते हैं, जिससे कंधे की गतिशीलता सीमित हो जाती है।

जमे हुए कंधे के लक्षण
  • दर्द: कंधे में दर्द जो धीरे-धीरे बढ़ता है और रात में बदतर हो सकता है।
  • कठोरता: कंधे को हिलाने में कठिनाई।
  • गति की सीमा में कमी: कंधे को पूरी तरह से ऊपर उठाना, पीछे ले जाना या घुमाना मुश्किल हो सकता है।
जमे हुए कंधे के कारण

जमे हुए कंधे के सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से समझ में नहीं आए हैं, लेकिन कुछ कारक जो इसे बढ़ा सकते हैं, उनमें शामिल हैं:

  • आयु: 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में यह स्थिति अधिक आम है।
  • मधुमेह: मधुमेह रोगियों में जमे हुए कंधे का खतरा अधिक होता है।
  • हृदय रोग: हृदय रोग से पीड़ित लोगों में भी यह समस्या हो सकती है।
  • कंधे की चोट: कंधे की चोट के बाद जमे हुए कंधे का खतरा बढ़ जाता है।
  • गतिहीनता: लंबे समय तक कंधे को हिलाने से रोकना भी एक कारण हो सकता है।

जमे हुए कंधे से संबंधित शारीरिक रचना

जमे हुए कंधे, या एडहेसिव कैप्सुलिटिस, एक ऐसी स्थिति है जो कंधे के जोड़ के आसपास के ऊतकों को प्रभावित करती है। यह समझने के लिए कि यह स्थिति कैसे होती है, हमें कंधे की शारीरिक रचना को समझना होगा।

कंधे की संरचना

कंधा एक गेंद और सॉकेट का जोड़ है। इसमें तीन प्रमुख हड्डियां शामिल हैं:

  • ह्यूमरस: यह ऊपरी बांह की हड्डी है।
  • स्कैपुला: यह कंधे का ब्लेड है।
  • क्लेविकल: इसे हंसली भी कहा जाता है।

कंधे के जोड़ को एक कैप्सूल से घिरा होता है। यह कैप्सूल एक संयोजी ऊतक है जो जोड़ को स्थिर रखता है और इसे गति की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। कैप्सूल के अंदर एक सिनोवियल झिल्ली होती है जो एक चिकनाई वाला तरल पदार्थ पैदा करती है। यह तरल पदार्थ जोड़ को चिकना रखने में मदद करता है और इसे आसानी से घूमने की अनुमति देता है।

जमे हुए कंधे में क्या होता है?

जमे हुए कंधे में, कंधे का कैप्सूल मोटा और कड़ा हो जाता है। यह सूजन और निशान ऊतक के गठन के कारण होता है। इससे जोड़ की गतिशीलता सीमित हो जाती है और दर्द होता है।

क्यों होता है ऐसा?

इसका सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से समझ में नहीं आया है, लेकिन कुछ कारक जो इसे बढ़ा सकते हैं, उनमें शामिल हैं:

  • आयु: 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में यह स्थिति अधिक आम है।
  • मधुमेह: मधुमेह रोगियों में जमे हुए कंधे का खतरा अधिक होता है।
  • हृदय रोग: हृदय रोग से पीड़ित लोगों में भी यह समस्या हो सकती है।
  • कंधे की चोट: कंधे की चोट के बाद जमे हुए कंधे का खतरा बढ़ जाता है।
  • गतिहीनता: लंबे समय तक कंधे को हिलाने से रोकना भी एक कारण हो सकता है।

जमे हुए कंधे के क्या कारण हैं?

जमे हुए कंधे, या एडहेसिव कैप्सुलिटिस, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे का जोड़ धीरे-धीरे कठोर और दर्दनाक हो जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं:

1. कंधे के कैप्सूल का मोटा होना:

कंधे के जोड़ को एक कैप्सूल से घिरा होता है। जमे हुए कंधे में, यह कैप्सूल मोटा और कड़ा हो जाता है, जिससे जोड़ की गति सीमित हो जाती है।

2. सूजन:

कंधे के जोड़ में सूजन भी जमे हुए कंधे का कारण बन सकती है। सूजन से कैप्सूल पर दबाव बढ़ता है और यह कड़ा हो जाता है।

3. चोट या सर्जरी:

कंधे की चोट या सर्जरी के बाद, कंधे के जोड़ में निशान ऊतक बन सकता है, जिससे जमे हुए कंधे का खतरा बढ़ जाता है।

4. गतिहीनता:

लंबे समय तक कंधे को हिलाने से रोकना भी जमे हुए कंधे का कारण बन सकता है।

5. अन्य स्वास्थ्य समस्याएं:
  • मधुमेह: मधुमेह रोगियों में जमे हुए कंधे का खतरा अधिक होता है।
  • थायराइड की समस्याएं: थायराइड ग्रंथि की समस्याएं भी जमे हुए कंधे का कारण बन सकती हैं।
  • हृदय रोग: हृदय रोग से पीड़ित लोगों में भी यह समस्या हो सकती है।
6. आयु:

40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में जमे हुए कंधे का खतरा अधिक होता है।

जमे हुए कंधे के संकेत और लक्षण क्या हैं?

जमे हुए कंधे, या एडहेसिव कैप्सुलिटिस, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे का जोड़ धीरे-धीरे कठोर और दर्दनाक हो जाता है। इसके कई लक्षण होते हैं जो धीरे-धीरे विकसित होते हैं।

प्रमुख लक्षण
  • दर्द: कंधे में दर्द जो धीरे-धीरे बढ़ता है और रात में बदतर हो सकता है।
  • कठोरता: कंधे को हिलाने में कठिनाई होती है, जैसे कि हाथ को ऊपर उठाना, पीछे ले जाना या घुमाना।
  • गति की सीमा में कमी: कंधे की गतिशीलता सीमित हो जाती है।
विभिन्न चरणों में लक्षण

जमे हुए कंधे को आमतौर पर तीन चरणों में बांटा जाता है:

  1. बर्फीली अवस्था (Freezing Stage):
    • कंधे में धीरे-धीरे दर्द बढ़ना
    • कंधे को हिलाने पर तेज दर्द
    • रात में दर्द बढ़ना
  2. जमी हुई अवस्था (Frozen Stage):
    • कंधे की गतिशीलता में काफी कमी
    • दर्द कम हो सकता है, लेकिन कठोरता बनी रहती है
  3. पिघलने की अवस्था (Thawing Stage):
    • गतिशीलता में धीरे-धीरे सुधार
    • दर्द में कमी
अन्य लक्षण
  • कंधे में सूजन: कुछ मामलों में कंधे में सूजन भी हो सकती है।
  • कंधे की कमजोरी: कंधे की मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो सकती है।
  • सोने में परेशानी: कंधे का दर्द सोने में बाधा डाल सकता है।

जमे हुए कंधे का खतरा किसे अधिक होता है?

जमे हुए कंधे का खतरा कुछ लोगों में अधिक होता है। आइए जानते हैं कौन-कौन से लोग इस समस्या से अधिक प्रभावित होते हैं:

  • आयु: 40 साल से अधिक उम्र के लोगों में जमे हुए कंधे का खतरा अधिक होता है।
  • मधुमेह: मधुमेह रोगियों में यह समस्या अधिक आम है।
  • थायराइड की समस्याएं: थायराइड ग्रंथि की समस्याएं भी जमे हुए कंधे का कारण बन सकती हैं।
  • हृदय रोग: हृदय रोग से पीड़ित लोगों में भी यह समस्या हो सकती है।
  • कंधे की चोट: कंधे की चोट के बाद जमे हुए कंधे का खतरा बढ़ जाता है।
  • गतिहीनता: लंबे समय तक कंधे को हिलाने से रोकना भी एक कारण हो सकता है।
  • लिंग: महिलाओं में पुरुषों की तुलना में जमे हुए कंधे होने की संभावना थोड़ी अधिक होती है।

इनके अलावा, कुछ अन्य कारक भी जमे हुए कंधे के खतरे को बढ़ा सकते हैं, जैसे:

जमे हुए कंधे का निदान कैसे करें?

जमे हुए कंधे, या एडहेसिव कैप्सुलिटिस, का निदान करने के लिए डॉक्टर कई तरीकों का उपयोग करते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • शारीरिक परीक्षण: डॉक्टर आपके कंधे की गतिशीलता, दर्द की तीव्रता और कठोरता का मूल्यांकन करेंगे। वे आपके कंधे को विभिन्न दिशाओं में हिलाकर देखेंगे और दर्द के बिंदुओं की पहचान करेंगे।
  • चिकित्सा इतिहास: डॉक्टर आपके चिकित्सा इतिहास के बारे में पूछेंगे, जिसमें पिछली चोटें, सर्जरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं।
  • इमेजिंग परीक्षण:
    • एक्स-रे: यह परीक्षण हड्डियों में किसी भी असामान्यता को दिखाने में मदद करता है।
    • अल्ट्रासाउंड: यह परीक्षण नरम ऊतकों, जैसे कि कंधे के कैप्सूल, की स्थिति को दिखाने में मदद करता है।
    • एमआरआई: यह परीक्षण कंधे के अंदर के ऊतकों का एक विस्तृत दृश्य प्रदान करता है और यह दिखा सकता है कि क्या कोई सूजन या क्षति है।
निदान की आवश्यकता क्यों है?
  • सही उपचार: निदान के बाद, डॉक्टर आपके लिए उपयुक्त उपचार योजना बना सकते हैं।
  • अन्य स्थितियों का पता लगाना: जमे हुए कंधे के लक्षण अन्य स्थितियों के समान हो सकते हैं, इसलिए निदान यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आप सही उपचार प्राप्त कर रहे हैं।
निदान में समय कितना लगता है?

निदान में लगने वाला समय विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि आपके लक्षणों की गंभीरता और आपके डॉक्टर की उपलब्धता। आम तौर पर, एक शारीरिक परीक्षण और कुछ इमेजिंग परीक्षणों के बाद निदान किया जा सकता है।

यदि आपको जमे हुए कंधे के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो किसी डॉक्टर से संपर्क करें। जितनी जल्दी आप उपचार शुरू करेंगे, उतनी ही जल्दी आप ठीक होने की संभावना है।

जमे हुए कंधे का इलाज क्या है?

जमे हुए कंधे, यानी चिपकने वाला कैप्सूलिटिस, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे का जोड़ सख्त हो जाता है और गति की सीमा कम हो जाती है। यह दर्दनाक भी हो सकता है। हालांकि यह स्थिति आमतौर पर समय के साथ अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ उपचारों से रिकवरी को तेज किया जा सकता है।

जमे हुए कंधे के इलाज के प्रमुख तरीके:

  • दवाएं: दर्द और सूजन को कम करने के लिए डॉक्टर दर्द निवारक दवाएं या स्टेरॉइड इंजेक्शन दे सकते हैं।
  • भौतिक चिकित्सा: एक फिजियोथेरेपिस्ट आपको कंधे की गति को बढ़ाने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए व्यायाम सिखाएगा।
  • हीट थेरेपी: गर्म सेक या हीट पैड का उपयोग दर्द और कठोरता को कम करने में मदद कर सकता है।
  • कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन: कंधे के जोड़ में स्टेरॉइड इंजेक्ट करने से सूजन कम हो सकती है और गति में सुधार हो सकता है।
  • सर्जरी: गंभीर मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

घरेलू उपचार:

  • आराम: प्रभावित कंधे को आराम दें।
  • बर्फ लगाएं: सूजन को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर बर्फ लगाएं।
  • हल्के व्यायाम: फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा सुझाए गए हल्के व्यायाम करें।

कब डॉक्टर को दिखाएं:

  • यदि आपको कंधे में तेज दर्द है।
  • यदि आपको कंधे को हिलाने में कठिनाई हो रही है।
  • यदि दर्द रात में बढ़ जाता है।
  • यदि दर्द दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर रहा है।

जमे हुए कंधे को रोकने के उपाय:

  • नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • एक स्वस्थ वजन बनाए रखें।
  • किसी भी चोट या सर्जरी के बाद जल्द से जल्द भौतिक चिकित्सा शुरू करें।

जमे हुए कंधों के लिए फिजियोथेरेपी उपचार क्या है?

जमे हुए कंधे या एडहेसिव कैप्सुलिटिस का इलाज करने में फिजियोथेरेपी उपचार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसका उद्देश्य दर्द को कम करना, कंधे की गतिशीलता को बढ़ाना और कठोर ऊतकों को ढीला करना है।

फिजियोथेरेपी में शामिल हो सकते हैं:

  • गतिशीलता व्यायाम: ये व्यायाम कंधे की गति की सीमा को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें हल्के खिंचाव, घुमाव और पहुंचने वाले व्यायाम शामिल हो सकते हैं।
  • मजबूती व्यायाम: ये व्यायाम कंधे की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं, जो कंधे को स्थिर करने और गतिशीलता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
  • मोबिलाइजेशन तकनीक: फिजियोथेरेपिस्ट कंधे के जोड़ को हल्के से हिलाकर जोड़ के आसपास के ऊतकों को ढीला करने में मदद कर सकते हैं।
  • हीट थेरेपी: गर्मी का उपयोग सूजन और कठोरता को कम करने में मदद कर सकता है।
  • अल्ट्रासाउंड थेरेपी: यह एक प्रकार की ऊर्जा चिकित्सा है जो गहरे ऊतकों में पहुंच सकती है और सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।

फिजियोथेरेपी के लाभ:

  • दर्द में कमी: फिजियोथेरेपी व्यायाम दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • गतिशीलता में सुधार: नियमित व्यायाम कंधे की गतिशीलता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • कठोरता में कमी: फिजियोथेरेपी कंधे के जोड़ के आसपास के ऊतकों को ढीला करने में मदद करती है।
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार: जमे हुए कंधे के कारण दैनिक गतिविधियों में मुश्किल होती है। फिजियोथेरेपी आपको अपनी दैनिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने में मदद कर सकती है।

फिजियोथेरेपी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

  • व्यक्तिगत योजना: प्रत्येक व्यक्ति के लिए फिजियोथेरेपी योजना अलग-अलग होगी। यह आपके लक्षणों, गंभीरता और समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर करेगा।
  • समय: जमे हुए कंधे से पूरी तरह ठीक होने में समय लग सकता है। धैर्य रखना महत्वपूर्ण है और फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा दिए गए व्यायामों को नियमित रूप से करना चाहिए।
  • दर्द प्रबंधन: फिजियोथेरेपी के दौरान दर्द महसूस होना सामान्य है। अपने फिजियोथेरेपिस्ट को बताएं कि आपको कितना दर्द हो रहा है ताकि वे तदनुसार व्यायाम को समायोजित कर सकें।

जमे हुए कंधे के लिए घरेलू उपचार क्या हैं?

जमे हुए कंधे के लिए फिजियोथेरेपी और डॉक्टरी सलाह सबसे महत्वपूर्ण है, लेकिन कुछ घरेलू उपचार भी दर्द और कठोरता को कम करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि ये उपचार किसी भी तरह से डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हैं।

यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं:

गर्मी का उपयोग
  • गर्म पानी की बोतल: गर्म पानी की बोतल को एक तौलिये में लपेटकर दर्द वाले हिस्से पर रखें। इससे मांसपेशियां शिथिल होंगी और दर्द कम होगा।
  • हीट पैड: हीट पैड का उपयोग भी गर्मी प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
ठंडा सेक
  • आइस पैक: एक आइस पैक को पतले कपड़े में लपेटकर दर्द वाले हिस्से पर 15-20 मिनट के लिए लगाएं। यह सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
हल्के व्यायाम
  • पेंडुलम व्यायाम: सीधे खड़े होकर और अपने प्रभावित हाथ को ढीला छोड़ दें, अपने शरीर को आगे और पीछे झुकाएं ताकि आपका हाथ एक पेंडुलम की तरह स्वतंत्र रूप से हिल सके।
  • कंधे के घूर्णन: अपने हाथ को आगे और पीछे घुमाएं और इसे ऊपर और नीचे उठाएं। धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे अपनी गति को बढ़ाएं।
हल्की मालिश
  • गर्म तेल से मालिश: सरसों के तेल या नारियल के तेल को गर्म करके दर्द वाले हिस्से पर हल्की मालिश करें। यह रक्त संचार को बढ़ावा दे सकता है और दर्द को कम कर सकता है।
विश्राम
  • कंधे को आराम दें: जितना हो सके कंधे को आराम दें। भारी वस्तुओं को उठाने से बचें।
दवाएं
  • ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाएं: इबुप्रोफेन या नेप्रोक्सिन जैसी दवाएं सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं।

जमे हुए कंधे के लिए सर्वोत्तम व्यायाम

जमे हुए कंधे या एडहेसिव कैप्सुलिटिस के लिए फिजियोथेरेपी सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है। फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा निर्देशित व्यायाम कंधे की गतिशीलता को बढ़ाने, दर्द को कम करने और कठोर ऊतकों को ढीला करने में मदद करते हैं।

यहां कुछ सामान्य व्यायाम दिए गए हैं जो जमे हुए कंधे के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:

ध्यान दें: किसी भी नए व्यायाम को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

1. पेंडुलम व्यायाम (Pendulum Exercise):
  • सीधे खड़े होकर प्रभावित हाथ को ढीला छोड़ दें।
  • शरीर को आगे और पीछे झुकाएं ताकि हाथ एक पेंडुलम की तरह स्वतंत्र रूप से हिल सके।
  • इस व्यायाम को धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे अपनी गति को बढ़ाएं।
2. कंधे का घूर्णन (Shoulder Rotation):
  • अपने हाथ को आगे और पीछे घुमाएं और इसे ऊपर और नीचे उठाएं।
  • धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे अपनी गति को बढ़ाएं।
3. दीवार पर चढ़ना (Wall Climbing):
  • दीवार के सामने खड़े हो जाएं और अपने हाथों को दीवार पर रखें।
  • अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचें जैसे कि आप दीवार पर चढ़ रहे हों।
  • धीरे-धीरे अपनी ऊंचाई बढ़ाएं।
4. तौलिया खींचना (Towel Stretch):
  • एक तौलिये को पीछे की ओर लपेटें और दोनों हाथों से पकड़ें।
  • तौलिये को धीरे-धीरे खींचें ताकि कंधे के पीछे के मांसपेशियों में खिंचाव महसूस हो।
5. कंधे का बाहर की ओर घुमाना (External Rotation):
  • एक कुर्सी पर बैठें और अपने प्रभावित हाथ को कोहनी पर 90 डिग्री के कोण पर मोड़ें।
  • अपने दूसरे हाथ का उपयोग करके अपने प्रभावित हाथ को बाहर की ओर घुमाएं।

अन्य उपयोगी व्यायाम:

  • कंधे के अंदर की ओर घुमाना
  • हाथ को ऊपर उठाना
  • कंधे के ब्लेड को निचोड़ना

फायदे:

  • दर्द में कमी
  • गतिशीलता में सुधार
  • कठोरता में कमी
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार

ध्यान रखें:

  • व्यक्तिगत योजना: प्रत्येक व्यक्ति के लिए व्यायाम योजना अलग-अलग होगी।
  • धीरे-धीरे शुरू करें: किसी भी नए व्यायाम को धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे अपनी गति को बढ़ाएं।
  • दर्द प्रबंधन: यदि व्यायाम के दौरान दर्द बढ़ जाए तो तुरंत रुक जाएं।
  • नियमितता: नियमित रूप से व्यायाम करने से आपको अधिक लाभ मिल सकता है।

जमे हुए कंधों को कैसे रोकें?

जमे हुए कंधे को रोकने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:

  • नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करने से कंधे की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और गतिशीलता को बनाए रखने में मदद मिलती है।
  • कंधे की मांसपेशियों को लचीला रखें: कंधे की मांसपेशियों को लचीला रखने के लिए नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करें।
  • अच्छी मुद्रा: बैठते या खड़े समय अपनी मुद्रा का ध्यान रखें। खराब मुद्रा कंधे की मांसपेशियों पर दबाव डाल सकती है।
  • कंधे की चोटों से बचें: कंधे की चोटों से बचने के लिए सावधानी बरतें।
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: अतिरिक्त वजन कंधे के जोड़ पर दबाव डाल सकता है।
  • मधुमेह और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों को नियंत्रित करें: यदि आपको मधुमेह या अन्य स्वास्थ्य स्थितियां हैं, तो उन्हें नियंत्रित रखने के लिए अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
  • आराम: यदि आपको कंधे में दर्द या कठोरता महसूस हो, तो उसे आराम दें।

समर्पण फिजियोथेरेपी क्लिनिक कैसे मदद कर सकता है?

फ्रोजन शोल्डर एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे का जोड़ दर्दनाक हो जाता है और कठोर हो जाता है, जिससे हिलाने में कठिनाई होती है।

समर्पण फिजियोथेरेपी क्लिनिक में, हमारे अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट आपको फ्रोजन शोल्डर से उबरने में मदद कर सकते हैं। हम आपको दर्द कम करने, गतिशीलता बढ़ाने और अपनी सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू करने में मदद करेंगे।

हम क्या करते हैं?
  • वैयक्तिक उपचार योजना: हम आपके कंधे की स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपके लिए एक व्यक्तिगत उपचार योजना तैयार करेंगे।
  • दर्द और सूजन कम करना: हम विभिन्न तकनीकों जैसे कि गर्मी, बर्फ, और मसाज का उपयोग करके दर्द और सूजन को कम करने में मदद करेंगे।
  • गतिशीलता बढ़ाना: हम आपको खिंचाव और व्यायाम करेंगे ताकि आपकी कंधे की गतिशीलता में सुधार हो सके।
  • शक्ति बढ़ाना: हम आपको कंधे की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए व्यायाम देंगे।
  • दैनिक गतिविधियों में सुधार: हम आपको दैनिक गतिविधियों को सुरक्षित रूप से करने के तरीके सिखाएंगे।
  • शारीरिक चिकित्सा तकनीक: हम टेपिंग, इलेक्ट्रिकल उत्तेजना और अल्ट्रासाउंड जैसी तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।
  • घर पर देखभाल: हम आपको घर पर करने के लिए व्यायाम और खिंचाव देंगे।
हम क्यों चुनें?
  • अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट: हमारे पास फ्रोजन शोल्डर के इलाज में विशेषज्ञता वाले अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट हैं।
  • वैयक्तिक ध्यान: हम प्रत्येक मरीज को व्यक्तिगत ध्यान देते हैं और उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार उपचार योजना बनाते हैं।
  • अत्याधुनिक सुविधाएं: हमारे पास अत्याधुनिक उपकरण और सुविधाएं हैं जो हमें आपको सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने में सक्षम बनाती हैं।
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अगर आपको फ्रोजन शोल्डर की समस्या है, तो आज ही हमसे संपर्क करें। हम आपको जल्द से जल्द ठीक होने में मदद करेंगे।

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हम आपकी मदद करने के लिए तैयार हैं!

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

सारांश

जमे हुए कंधे या चिपकने वाला कैप्सूलिटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे का जोड़ धीरे-धीरे कठोर और दर्दनाक हो जाता है, जिससे हाथ को हिलाना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति आमतौर पर 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है।

जमे हुए कंधे क्यों होता है?

इसका सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन कुछ कारक इसे बढ़ावा दे सकते हैं:

  • डायबिटीज: डायबिटीज के मरीजों में जमे हुए कंधे का खतरा अधिक होता है।
  • थायराइड की समस्याएं: थायराइड ग्रंथि की समस्याएं भी जमे हुए कंधे का कारण बन सकती हैं।
  • हृदय रोग: हृदय रोग से पीड़ित लोगों में भी यह समस्या हो सकती है।
  • कंधे की चोट: कंधे में चोट लगने से भी जमे हुए कंधे का खतरा बढ़ सकता है।
  • आयु: बढ़ती उम्र के साथ जमे हुए कंधे का खतरा बढ़ जाता है।
जमे हुए कंधे के लक्षण
  • कंधे में दर्द: दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और रात में अधिक होता है।
  • कंधे की गतिशीलता में कमी: कंधे को हिलाना मुश्किल हो जाता है।
  • कंधे में कड़ापन: कंधे में कड़ापन महसूस होता है।
जमे हुए कंधे का निदान

आपके डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में पूछेंगे और आपके कंधे की जांच करेंगे। कुछ मामलों में, एक्स-रे या एमआरआई भी करवाए जा सकते हैं।

जमे हुए कंधे का उपचार

जमे हुए कंधे का उपचार आमतौर पर निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:

  • दर्द निवारक दवाएं: दर्द को कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर या डॉक्टर द्वारा बताई गई दर्द निवारक दवाएं ली जा सकती हैं।
  • फिजियोथेरापी: फिजियोथेरापी व्यायाम कंधे की गतिशीलता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • स्टेरॉयड इंजेक्शन: कुछ मामलों में, डॉक्टर कंधे में स्टेरॉयड इंजेक्शन लगा सकते हैं।
  • सर्जरी: बहुत ही गंभीर मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

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