विटामिन ए की कमी
विटामिन ए की कमी क्या है?
विटामिन ए की कमी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा नहीं होती है। विटामिन ए एक आवश्यक पोषक तत्व है जो आंखों, त्वचा और प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
विटामिन ए की कमी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आहार में विटामिन ए की कमी
- वसा का अवशोषण न होना
- कुछ रोग, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस
विटामिन ए की कमी के लक्षण:
- रतौंधी (रात में देखने में कठिनाई)
- सूखी आंखें
- आंखों में खुजली या जलन
- धुंधली दृष्टि
- त्वचा का सूखापन या खुरदरापन
- बालों का झड़ना
- बार-बार संक्रमण होना
- बच्चों में विकास में देरी
विटामिन ए की कमी का इलाज:
- विटामिन ए की खुराक
- विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन, जैसे कि गाजर, शकरकंद, पालक, और अंडे
विटामिन ए की कमी से बचने के लिए, स्वस्थ आहार खाना और पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां खाना महत्वपूर्ण है। यदि आपको विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
विटामिन ए की कमी के कारण क्या हैं?
विटामिन ए की कमी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आहार में विटामिन ए की कमी: यह विटामिन ए की कमी का सबसे आम कारण है। विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का पर्याप्त मात्रा में सेवन न करने से शरीर में विटामिन ए की कमी हो सकती है।
- वसा का अवशोषण न होना: विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है, जिसका अर्थ है कि शरीर को इसे अवशोषित करने के लिए वसा की आवश्यकता होती है। यदि किसी व्यक्ति को वसा अवशोषण में समस्या है, तो उसके शरीर में विटामिन ए की कमी हो सकती है, भले ही वह पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए का सेवन कर रहा हो।
- कुछ रोग: कुछ रोग, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस, क्रोहन रोग और सीलिएक रोग, विटामिन ए के अवशोषण को प्रभावित कर सकते हैं और विटामिन ए की कमी का कारण बन सकते हैं।
- जिगर की बीमारी: जिगर विटामिन ए को संग्रहीत करता है, इसलिए जिगर की बीमारी वाले लोगों में विटामिन ए की कमी का खतरा बढ़ सकता है।
- शराब: शराब का अत्यधिक सेवन विटामिन ए के अवशोषण को कम कर सकता है और विटामिन ए की कमी का कारण बन सकता है।
विटामिन ए की कमी से बचने के लिए, स्वस्थ आहार खाना और पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां खाना महत्वपूर्ण है। विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:
- गाजर
- शकरकंद
- पालक
- अंडे
- दूध
- पनीर
- मांस
- मछली
यदि आपको विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
विटामिन ए की कमी के संकेत और लक्षण क्या हैं?
विटामिन ए की कमी के कई संकेत और लक्षण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आँखों से संबंधित समस्याएं:
- रतौंधी (रात में देखने में कठिनाई)
- सूखी आंखें
- आंखों में खुजली या जलन
- धुंधली दृष्टि
- आंखों के सफेद भाग पर धब्बे
- कॉर्निया का नरम होना (केराटोमलेशिया)
- अंधापन (गंभीर मामलों में)
- त्वचा से संबंधित समस्याएं:
- त्वचा का सूखापन या खुरदरापन
- त्वचा पर चकत्ते या फुंसियां
- बालों का झड़ना
- नाखूनों का पतला होना या टूटना
- अन्य समस्याएं:
- बार-बार संक्रमण होना
- बच्चों में विकास में देरी
- प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना
- प्रजनन क्षमता में कमी
विटामिन ए की कमी के लक्षण व्यक्ति की उम्र, लिंग और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। बच्चों में विटामिन ए की कमी के लक्षण वयस्कों की तुलना में अधिक गंभीर हो सकते हैं।
यदि आपको विटामिन ए की कमी के कोई भी लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें। विटामिन ए की कमी का निदान रक्त परीक्षण या आंखों की जांच के माध्यम से किया जा सकता है।
विटामिन ए की कमी से बचने के लिए, स्वस्थ आहार खाना और पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां खाना महत्वपूर्ण है। विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:
- गाजर
- शकरकंद
- पालक
- अंडे
- दूध
- पनीर
- मांस
- मछली
यदि आपको विटामिन ए की कमी का खतरा है, तो डॉक्टर आपको विटामिन ए की खुराक लेने की सलाह दे सकते हैं।
विटामिन ए की कमी का खतरा किसे अधिक होता है?
विटामिन ए की कमी किसी को भी हो सकती है, लेकिन कुछ समूहों को इसका खतरा अधिक होता है, जिनमें शामिल हैं:
- शिशु और छोटे बच्चे: शिशुओं और छोटे बच्चों को तेजी से विकास के लिए विटामिन ए की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। यदि उन्हें पर्याप्त विटामिन ए नहीं मिलता है, तो उनमें विटामिन ए की कमी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी विटामिन ए की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है ताकि उनके बच्चे का स्वस्थ विकास हो सके।
- कुपोषित लोग: जो लोग पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं करते हैं या जिनके भोजन में विटामिन ए की कमी होती है, उनमें विटामिन ए की कमी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- कुछ रोगों से पीड़ित लोग: कुछ रोग, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस, क्रोहन रोग और सीलिएक रोग, विटामिन ए के अवशोषण को प्रभावित कर सकते हैं और विटामिन ए की कमी का कारण बन सकते हैं।
- जिगर की बीमारी वाले लोग: जिगर विटामिन ए को संग्रहीत करता है, इसलिए जिगर की बीमारी वाले लोगों में विटामिन ए की कमी का खतरा बढ़ सकता है।
- शराब पीने वाले लोग: शराब का अत्यधिक सेवन विटामिन ए के अवशोषण को कम कर सकता है और विटामिन ए की कमी का कारण बन सकता है।
यदि आप इनमें से किसी भी समूह में आते हैं, तो आपको विटामिन ए की कमी का खतरा अधिक होता है। आपको विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो डॉक्टर से विटामिन ए की खुराक लेने के बारे में सलाह लेनी चाहिए।
यहां कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं जो विटामिन ए की कमी को रोकने में मदद कर सकते हैं:
- स्वस्थ आहार खाएं: फल, सब्जियों और साबुत अनाज सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: अपने आहार में गाजर, शकरकंद, पालक, अंडे, दूध और मछली जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- यदि आपको विटामिन ए की कमी का खतरा है तो डॉक्टर से बात करें: यदि आप गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं, या आपको कोई चिकित्सा स्थिति है जो विटामिन ए की कमी के खतरे को बढ़ाती है, तो डॉक्टर से बात करें।
यदि आपको विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें। विटामिन ए की कमी का निदान और उपचार महत्वपूर्ण है।
विटामिन ए की कमी से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?
विटामिन ए की कमी से जुड़ी कई बीमारियां हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- आँखों से संबंधित समस्याएं:
- रतौंधी: यह विटामिन ए की कमी का सबसे आम लक्षण है। रतौंधी से पीड़ित व्यक्ति को रात में या कम रोशनी में देखने में कठिनाई होती है।
- ज़ेरोफथाल्मिया: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आंखें सूख जाती हैं और उनमें जलन होती है। ज़ेरोफथाल्मिया के कारण कॉर्निया में घाव हो सकते हैं और अंधापन भी हो सकता है।
- केराटोमलेशिया: यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें कॉर्निया नरम हो जाता है और अंततः अंधापन हो सकता है।
- त्वचा से संबंधित समस्याएं:
- त्वचा का सूखापन और खुरदरापन: विटामिन ए की कमी से त्वचा रूखी और खुरदरी हो सकती है।
- बालों का झड़ना: विटामिन ए की कमी से बाल झड़ सकते हैं।
- नाखूनों का पतला होना या टूटना: विटामिन ए की कमी से नाखून पतले और कमजोर हो सकते हैं।
- अन्य समस्याएं:
- बार-बार संक्रमण होना: विटामिन ए की कमी से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, जिससे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
- बच्चों में विकास में देरी: विटामिन ए की कमी से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो सकता है।
- प्रजनन क्षमता में कमी: विटामिन ए की कमी से पुरुषों और महिलाओं दोनों की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है।
विटामिन ए की कमी का निदान कैसे करें?
विटामिन ए की कमी का निदान करने के लिए डॉक्टर कई तरह के तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- शारीरिक परीक्षण: डॉक्टर आपकी आंखों, त्वचा और बालों की जांच कर सकते हैं। वे आपसे आपके लक्षणों और चिकित्सा इतिहास के बारे में भी पूछ सकते हैं।
- रक्त परीक्षण: विटामिन ए के स्तर को मापने के लिए रक्त परीक्षण किया जा सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि रक्त में विटामिन ए का स्तर हमेशा शरीर में विटामिन ए के स्तर का सटीक प्रतिनिधित्व नहीं करता है।
- आँखों की जाँच: डॉक्टर आपकी आंखों की रोशनी और रात में देखने की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं। वे आपकी आंखों के सफेद भाग पर धब्बों या कॉर्निया के नरम होने की भी जांच कर सकते हैं।
विटामिन ए की कमी का निदान करने के लिए इनमें से एक या अधिक परीक्षणों का उपयोग किया जा सकता है। यदि आपको विटामिन ए की कमी का निदान किया जाता है, तो डॉक्टर आपको विटामिन ए की खुराक या विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।
विटामिन ए की कमी का उपचार क्या है?
विटामिन ए की कमी का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि कमी कितनी गंभीर है। हल्के मामलों में, विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करके कमी को दूर किया जा सकता है। गंभीर मामलों में, विटामिन ए की खुराक या इंजेक्शन की आवश्यकता हो सकती है।
विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ:
- पशु स्रोत: गाजर, शकरकंद, पालक, और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां
- पौधे स्रोत: अंडे, दूध, पनीर, और मक्खन
विटामिन ए की खुराक:
विटामिन ए की खुराक आमतौर पर मौखिक रूप से ली जाती है। वे विभिन्न रूपों में उपलब्ध हैं, जिनमें कैप्सूल, टैबलेट और तरल पदार्थ शामिल हैं। विटामिन ए की खुराक लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिक मात्रा में विटामिन ए हानिकारक हो सकता है।
विटामिन ए के इंजेक्शन:
विटामिन ए के इंजेक्शन आमतौर पर उन लोगों को दिए जाते हैं जो विटामिन ए को अवशोषित करने में सक्षम नहीं होते हैं, जैसे कि कुपोषण से पीड़ित लोग या वे जिन्होंने गैस्ट्रिक सर्जरी करवाई है। विटामिन ए के इंजेक्शन केवल एक डॉक्टर द्वारा ही दिए जाने चाहिए।
विटामिन ए की कमी के उपचार के लिए कुछ अन्य सुझाव:
- विटामिन ए की कमी के कारण होने वाली किसी भी अंतर्निहित स्थिति का इलाज करें।
- स्वस्थ आहार खाएं जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों।
- पर्याप्त नींद लें।
- तनाव से बचें।
यदि आपको विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं, तो निदान और उपचार के लिए अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है।
विटामिन ए की कमी का घरेलू इलाज क्या है?
विटामिन ए की कमी का घरेलू इलाज मुख्य रूप से आपके आहार में विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने पर केंद्रित होता है। यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो विटामिन ए की कमी को दूर करने में मदद कर सकते हैं:
- विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: अपने आहार में गाजर, शकरकंद, पालक, केल, कद्दू, खरबूजा, आम, पपीता, टमाटर, अंडे, दूध, पनीर, मांस और मछली जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ विटामिन ए के अच्छे स्रोत हैं और शरीर में विटामिन ए के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
- स्वस्थ वसा का सेवन करें: विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है, जिसका अर्थ है कि शरीर को इसे अवशोषित करने के लिए वसा की आवश्यकता होती है। इसलिए, अपने आहार में स्वस्थ वसा, जैसे कि जैतून का तेल, नारियल का तेल और एवोकाडो शामिल करें।
- अन्य पोषक तत्वों का सेवन करें: विटामिन ए के अवशोषण और उपयोग के लिए अन्य पोषक तत्वों, जैसे कि जिंक और आयरन की भी आवश्यकता होती है। इसलिए, अपने आहार में इन पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को भी शामिल करें।
- धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब विटामिन ए के अवशोषण को कम कर सकते हैं, इसलिए इनसे बचना महत्वपूर्ण है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यदि आपको विटामिन ए की गंभीर कमी है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वे आपको विटामिन ए की खुराक लेने की सलाह दे सकते हैं।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो विटामिन ए की कमी को रोकने में मदद कर सकते हैं:
- स्वस्थ आहार खाएं: फल, सब्जियों और साबुत अनाज सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: अपने आहार में गाजर, शकरकंद, पालक, अंडे, दूध और मछली जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- यदि आपको विटामिन ए की कमी का खतरा है तो डॉक्टर से बात करें: यदि आप गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं, या आपको कोई चिकित्सा स्थिति है जो विटामिन ए की कमी के खतरे को बढ़ाती है, तो डॉक्टर से बात करें।
यदि आपको विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें। विटामिन ए की कमी का निदान और उपचार महत्वपूर्ण है
विटामिन ए की कमी में क्या क्या खाएं और न खाएं?
विटामिन ए की कमी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा नहीं होती है। विटामिन ए एक आवश्यक पोषक तत्व है जो आंखों, त्वचा और प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन ए की कमी से रतौंधी, सूखी आंखें, त्वचा का सूखापन और बार-बार संक्रमण हो सकता है।
विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए, आपको विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
क्या खाएं
- फल और सब्जियां: गाजर, शकरकंद, पालक, केल, कद्दू, खरबूजा, आम, पपीता, टमाटर, आदि।
- पशु उत्पाद: अंडे, दूध, पनीर, दही, जिगर, आदि।
- अन्य: फोर्टिफाइड अनाज, आदि।
क्या न खाएं
- प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ: प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में विटामिन और खनिज कम होते हैं, और वे विटामिन ए के अवशोषण को भी बाधित कर सकते हैं।
- अधिक चीनी: अधिक चीनी खाने से विटामिन ए के अवशोषण में कमी हो सकती है।
- शराब: शराब विटामिन ए के अवशोषण को कम कर सकती है और विटामिन ए की कमी का कारण बन सकती है।
- धूम्रपान: धूम्रपान विटामिन ए के अवशोषण को कम कर सकता है और विटामिन ए की कमी के खतरे को बढ़ा सकता है।
कुछ अतिरिक्त सुझाव
- विटामिन ए की खुराक: यदि आपको विटामिन ए की गंभीर कमी है, तो डॉक्टर आपको विटामिन ए की खुराक लेने की सलाह दे सकते हैं।
- अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आपको विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें। वे आपको सही निदान और उपचार योजना बता सकते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विटामिन ए की कमी का इलाज करने के लिए स्वस्थ आहार और जीवनशैली में बदलाव करना आवश्यक है। केवल खाद्य पदार्थों पर निर्भर रहने से विटामिन ए की कमी को दूर करने में मदद नहीं मिल सकती है।
विटामिन ए की कमी के जोखिम को कैसे कम करें?
विटामिन ए की कमी के खतरे को कम करने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: अपने आहार में गाजर, शकरकंद, पालक, केल, कद्दू, खरबूजा, आम, पपीता, टमाटर, अंडे, दूध, पनीर, दही, जिगर और मछली जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ विटामिन ए के अच्छे स्रोत हैं और शरीर में विटामिन ए के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
- स्वस्थ वसा का सेवन करें: विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है, जिसका अर्थ है कि शरीर को इसे अवशोषित करने के लिए वसा की आवश्यकता होती है। इसलिए, अपने आहार में स्वस्थ वसा, जैसे कि जैतून का तेल, नारियल का तेल, एवोकाडो, मेवे और बीज शामिल करें।
- अन्य पोषक तत्वों का सेवन करें: विटामिन ए के अवशोषण और उपयोग के लिए अन्य पोषक तत्वों, जैसे कि जिंक और आयरन की भी आवश्यकता होती है। इसलिए, अपने आहार में इन पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को भी शामिल करें।
- धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब विटामिन ए के अवशोषण को कम कर सकते हैं, इसलिए इनसे बचना महत्वपूर्ण है।
- अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आपको विटामिन ए की कमी का खतरा है, तो डॉक्टर से सलाह लें। वे आपको विटामिन ए की खुराक लेने की सलाह दे सकते हैं।
यहां कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं जो विटामिन ए की कमी को रोकने में मदद कर सकते हैं:
- स्वस्थ आहार खाएं: फल, सब्जियों और साबुत अनाज सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: अपने आहार में गाजर, शकरकंद, पालक, अंडे, दूध और मछली जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं तो डॉक्टर से बात करें: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को विटामिन ए की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है, इसलिए उन्हें डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- यदि आपको कोई चिकित्सा स्थिति है तो डॉक्टर से बात करें: कुछ चिकित्सा स्थितियां विटामिन ए की कमी के खतरे को बढ़ा सकती हैं, इसलिए यदि आपको कोई चिकित्सा स्थिति है तो डॉक्टर से बात करें।
सारांश
विटामिन ए एक वसा में घुलनशील विटामिन है जो मानव स्वास्थ्य के लिए कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाता है। यह दृष्टि, प्रतिरक्षा प्रणाली, कोशिका वृद्धि और विकास, और प्रजनन के लिए आवश्यक है। विटामिन ए एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करता है।
विटामिन ए के स्रोत:
विटामिन ए कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- पशु स्रोत: गाजर, शकरकंद, पालक, और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां
- पौधे स्रोत: अंडे, दूध, पनीर, और मक्खन
- पूरक: विटामिन ए की खुराक भी उपलब्ध है
विटामिन ए की कमी:
विटामिन ए की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- रतौंधी
- सूखी आंखें
- संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है
- बच्चों में विकास मंदता
- प्रजनन समस्याएं
विटामिन ए की अधिकता:
विटामिन ए की अधिकता भी हानिकारक हो सकती है। विटामिन ए की अधिकता से मतली, उल्टी, सिरदर्द, और त्वचा में बदलाव हो सकते हैं। गर्भवती महिलाओं में विटामिन ए की अधिकता से जन्म दोष हो सकते हैं।
विटामिन ए की अनुशंसित खुराक:
विटामिन ए की अनुशंसित खुराक उम्र और लिंग के अनुसार भिन्न होती है। विटामिन ए की अनुशंसित खुराक के बारे में जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
विटामिन ए के लाभ:
विटामिन ए के कई संभावित स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:
- दृष्टि में सुधार
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना
- कोशिका वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना
- प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार
- एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करना
विटामिन ए के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।