संधिवा
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संधिवा

संधिवा क्या है?

संधिवा एक बीमारी है जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न होती है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका मतलब है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से जोड़ों पर हमला करती है। संधिव का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और अन्य उपचार लक्षणों को कम करने और जोड़ों को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।

संधिवा के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। कुछ लोगों में, केवल कुछ जोड़ प्रभावित होते हैं, जबकि अन्य लोगों में, कई जोड़ प्रभावित होते हैं। संधिव के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • जोड़ों में दर्द
  • जोड़ों में सूजन
  • जोड़ों में अकड़न, खासकर सुबह या निष्क्रियता के बाद
  • जोड़ों में गर्मी
  • जोड़ों में लालिमा
  • थकान
  • बुखार
  • भूख न लगना
  • वजन घटना

संधिवा किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर 30 और 50 की उम्र के बीच शुरू होता है। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में संधिव होने की अधिक संभावना होती है।

संधिवा का निदान करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि इसके लक्षण अन्य बीमारियों के समान हो सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपको संधिव है, तो अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है। आपका डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण करेगा और आपके लक्षणों के बारे में पूछेगा। वे रक्त परीक्षण और एक्स-रे भी कर सकते हैं।

संधिवा का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और अन्य उपचार लक्षणों को कम करने और जोड़ों को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। संधिव के उपचार में शामिल हैं:

  • दवाएं: संधिव के इलाज के लिए कई प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। इनमें नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी), कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और रोग-संशोधित एंटीरहायमैटिक ड्रग्स (डीएमएआरडी) शामिल हैं।
  • भौतिक चिकित्सा: भौतिक चिकित्सा जोड़ों को मजबूत करने और लचीलेपन में सुधार करने में मदद कर सकती है।
  • व्यावसायिक चिकित्सा: व्यावसायिक चिकित्सा लोगों को संधिव के साथ रोजमर्रा के कार्यों को करने के तरीके सीखने में मदद कर सकती है।
  • सर्जरी: कुछ मामलों में, क्षतिग्रस्त जोड़ों की मरम्मत या बदलने के लिए सर्जरी आवश्यक हो सकती है।

संधिवा के कारण क्या हैं?

संधिवा के सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से ज्ञात नहीं हैं, लेकिन माना जाता है कि इसमें आनुवंशिक, पर्यावरणीय और हार्मोनल कारकों का संयोजन शामिल है। यहाँ कुछ मुख्य संभावित कारण दिए गए हैं:

1. आनुवंशिक कारक:

  • शोध से पता चलता है कि संधिवा विकसित होने की संभावना उन लोगों में अधिक होती है जिनके परिवार में इस बीमारी का इतिहास रहा है। कुछ जीन संधिवा के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

2. ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया:

  • संधिवा एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका मतलब है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ ऊतकों, विशेष रूप से जोड़ों की परत पर हमला करती है। यह हमला सूजन और क्षति का कारण बनता है।

3. पर्यावरणीय कारक:

  • कुछ पर्यावरणीय कारक संधिवा के विकास में योगदान कर सकते हैं, जैसे कि:
    • संक्रमण: कुछ वायरस या बैक्टीरिया संक्रमण प्रतिरक्षा प्रणाली को ट्रिगर कर सकते हैं और संधिवा का कारण बन सकते हैं।
    • धूम्रपान: धूम्रपान संधिवा के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है और बीमारी की गंभीरता को बढ़ा सकता है।
    • तनाव: तनाव प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकता है और संधिवा के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

4. हार्मोनल कारक:

  • महिलाओं में पुरुषों की तुलना में संधिवा विकसित होने की संभावना अधिक होती है, जो हार्मोनल कारकों की भूमिका का सुझाव देता है। हार्मोनल परिवर्तन, जैसे कि गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति, संधिवा के विकास या लक्षणों को प्रभावित कर सकते हैं।

5. अन्य संभावित कारक:

  • कुछ शोधों से पता चलता है कि मोटापा, आहार और कुछ दवाएं भी संधिवा के विकास में भूमिका निभा सकती हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि संधिवा एक जटिल बीमारी है और इसके विकास में कई कारक योगदान कर सकते हैं। यदि आपको संधिवा के लक्षणों के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

संधिवा के संकेत और लक्षण क्या हैं?

संधिवा के संकेत और लक्षण व्यक्ति-दर-व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं, और वे हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। यहाँ कुछ सामान्य संकेत और लक्षण दिए गए हैं:

जोड़ों में दर्द और अकड़न:

  • यह सबसे आम लक्षण है। दर्द आमतौर पर सुबह या निष्क्रियता के बाद सबसे खराब होता है।
  • प्रभावित जोड़ स्पर्श करने के लिए गर्म और कोमल हो सकते हैं।
  • अकड़न से जोड़ों को हिलाना मुश्किल हो सकता है।

जोड़ों में सूजन:

  • प्रभावित जोड़ सूजे हुए, लाल और गर्म दिखाई दे सकते हैं।
  • सूजन से जोड़ों का आकार बढ़ सकता है और उन्हें विकृत कर सकता है।

थकान और कमजोरी:

  • संधिवा से पीड़ित लोग अक्सर थकान और कमजोरी महसूस करते हैं।
  • यह थकान दैनिक गतिविधियों को करना मुश्किल बना सकती है।

अन्य लक्षण:

  • बुखार
  • भूख में कमी
  • वजन घटना
  • गांठें (त्वचा के नीचे छोटी गांठें)

प्रभावित जोड़:

  • संधिवा आमतौर पर छोटे जोड़ों, जैसे कि उंगलियों, कलाई और पैरों को प्रभावित करता है।
  • यह बड़े जोड़ों, जैसे कि घुटनों, कूल्हों और कंधों को भी प्रभावित कर सकता है।

लक्षणों की गंभीरता:

  • संधिवा के लक्षण समय के साथ बदल सकते हैं।
  • कुछ लोगों को लक्षणों के “भड़कने” का अनुभव होता है, जब लक्षण खराब हो जाते हैं।
  • अन्य लोगों को लगातार लक्षण हो सकते हैं।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। जल्दी निदान और उपचार से जोड़ों को नुकसान को रोकने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

संधिवा का खतरा किसे अधिक होता है?

संधिवा किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा अधिक होता है। यहाँ कुछ कारक दिए गए हैं जो संधिवा के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं:

  • लिंग:
    • महिलाओं में पुरुषों की तुलना में संधिवा विकसित होने की संभावना दो से तीन गुना अधिक होती है।
  • आयु:
    • संधिवा किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर 30 और 50 की उम्र के बीच शुरू होता है।
  • आनुवंशिकी:
    • यदि आपके परिवार में संधिवा का इतिहास रहा है, तो आपको यह बीमारी विकसित होने की अधिक संभावना है।
  • धूम्रपान:
    • धूम्रपान संधिवा के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है और बीमारी की गंभीरता को बढ़ा सकता है।
  • मोटापा:
    • मोटापा संधिवा के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है और जोड़ों पर अतिरिक्त तनाव डाल सकता है।
  • पर्यावरणीय कारक:
    • कुछ पर्यावरणीय कारक, जैसे कि कुछ वायरस या बैक्टीरिया के संपर्क में आना, संधिवा के विकास में योगदान कर सकते हैं।

यदि आपको संधिवा के लक्षणों के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है। जल्दी निदान और उपचार से जोड़ों को नुकसान को रोकने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

संधिवा से कौन सी बीमारियां जुड़ी हैं?

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका मतलब है कि यह शरीर के अपने प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा स्वस्थ ऊतकों पर हमले के कारण होती है। यह सिर्फ जोड़ों को ही नहीं, बल्कि शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। संधिव से जुड़ी कुछ बीमारियां इस प्रकार हैं:

  • हृदय रोग:
    • संधिवा से पीड़ित लोगों में हृदय रोग, जैसे कि दिल का दौरा और स्ट्रोक, विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • फेफड़े के रोग:
    • संधिवा फेफड़ों में सूजन और निशान पैदा कर सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
  • नेत्र रोग:
    • संधिवा आंखों में सूजन पैदा कर सकता है, जिससे दृष्टि संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
  • त्वचा के रोग:
    • संधिवा त्वचा पर गांठें और अन्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
  • अवसाद और चिंता:
    • संधिवा के कारण होने वाला दर्द और थकान अवसाद और चिंता का कारण बन सकता है।
  • अन्य ऑटोइम्यून रोग:
    • संधिवा से पीड़ित लोगों में अन्य ऑटोइम्यून रोग, जैसे कि ल्यूपस और सोजोग्रेन सिंड्रोम, विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि संधिव से पीड़ित हर व्यक्ति को ये बीमारियां नहीं होंगी। हालांकि, संधिव से जुड़ी जटिलताओं के जोखिम को कम करने के लिए नियमित जांच और उपचार महत्वपूर्ण है।

संधिवा का निदान कैसे करें?

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) का निदान करने के लिए डॉक्टर कई तरह के तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें शामिल हैं:

1. शारीरिक परीक्षण:

  • डॉक्टर आपके जोड़ों की जांच करेंगे, यह देखने के लिए कि क्या वे सूजे हुए, गर्म या कोमल हैं।
  • वे आपकी गति की सीमा का भी आकलन करेंगे, यह देखने के लिए कि क्या आपको जोड़ों को हिलाने में कोई कठिनाई हो रही है।
  • डॉक्टर आपकी त्वचा, आंखों और अन्य अंगों की भी जांच कर सकते हैं, यह देखने के लिए कि क्या संधिवा के कोई अन्य लक्षण मौजूद हैं।

2. रक्त परीक्षण:

  • कुछ रक्त परीक्षण संधिवा के निदान में मदद कर सकते हैं, जैसे कि:
    • रूमेटाइड फैक्टर (आरएफ) परीक्षण: यह परीक्षण रक्त में आरएफ नामक एंटीबॉडी की उपस्थिति का पता लगाता है, जो संधिवा वाले लोगों में पाया जाता है।
    • एंटी-सीसीपी परीक्षण: यह परीक्षण रक्त में एंटी-सीसीपी नामक एंटीबॉडी की उपस्थिति का पता लगाता है, जो संधिवा के लिए अधिक विशिष्ट है।
    • सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) और एरिथ्रोसाइट अवसादन दर (ईएसआर) परीक्षण: ये परीक्षण शरीर में सूजन के स्तर को मापते हैं।

3. इमेजिंग परीक्षण:

  • एक्स-रे, एमआरआई या अल्ट्रासाउंड जैसे इमेजिंग परीक्षण जोड़ों में क्षति का पता लगाने में मदद कर सकते हैं।

4. निदान मानदंड:

  • डॉक्टर अमेरिकन कॉलेज ऑफ रूमेटोलॉजी/यूरोपियन लीग अगेंस्ट रुमेटिज्म (एसीआर/ईयूएलएआर) द्वारा स्थापित निदान मानदंडों का उपयोग करके संधिवा का निदान करते हैं। इन मानदंडों में जोड़ों में दर्द और सूजन, रक्त परीक्षण के परिणाम और इमेजिंग परीक्षण के निष्कर्ष शामिल हैं।

संधिवा का शीघ्र निदान और उपचार महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जोड़ों को स्थायी क्षति को रोकने में मदद कर सकता है। यदि आपको संधिवा के लक्षणों के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

संधिवा का इलाज क्या है?

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) का कोई ज्ञात इलाज नहीं है, लेकिन ऐसे उपचार उपलब्ध हैं जो लक्षणों को कम करने और जोड़ों को नुकसान को रोकने में मदद कर सकते हैं। संधिवा के उपचार के मुख्य लक्ष्य हैं:

  • दर्द और सूजन को कम करना
  • जोड़ों को नुकसान को रोकना
  • कार्य में सुधार करना
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना

संधिवा के उपचार में शामिल हैं:

  • दवाएं:
    • दर्द निवारक: दर्द को कम करने के लिए।
    • गैर-स्टेरायडल विरोधी भड़काऊ दवाएं (एनएसएआईडी): दर्द और सूजन को कम करने के लिए।
    • रोग-संशोधित एंटीरहायमैटिक दवाएं (डीएमएआरडी): प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाने और जोड़ों को नुकसान को रोकने के लिए।
    • जैविक दवाएं: ये दवाएं प्रतिरक्षा प्रणाली के विशिष्ट भागों को लक्षित करती हैं और सूजन को कम करने में मदद करती हैं।
    • कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: सूजन को कम करने और दर्द से राहत देने के लिए।
  • भौतिक चिकित्सा:
    • जोड़ों को मजबूत करने और लचीलेपन में सुधार करने के लिए व्यायाम।
    • दर्द को कम करने और कार्य में सुधार करने के लिए गर्मी और ठंड चिकित्सा।
  • व्यावसायिक चिकित्सा:
    • दैनिक कार्यों को करने के तरीके सीखने में मदद करने के लिए।
    • जोड़ों पर तनाव को कम करने के लिए उपकरण और सहायक उपकरण का उपयोग करना।
  • सर्जरी:
    • क्षतिग्रस्त जोड़ों की मरम्मत या बदलने के लिए।
    • जोड़ों को स्थिर करने के लिए।

घरेलू उपचार:

  • आराम: पर्याप्त आराम करना महत्वपूर्ण है, खासकर जब आपके लक्षण भड़क रहे हों।
  • गर्मी और ठंड चिकित्सा: दर्द और सूजन को कम करने के लिए प्रभावित जोड़ों पर गर्मी या ठंड लागू करें।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम जोड़ों को मजबूत करने और लचीलेपन में सुधार करने में मदद कर सकता है।
  • स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार खाने से सूजन को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

संधिवा एक जटिल बीमारी है, और उपचार योजना प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग होगी। यदि आपको संधिवा है, तो एक रुमेटोलॉजिस्ट के साथ काम करना महत्वपूर्ण है जो आपके लिए एक व्यक्तिगत उपचार योजना विकसित कर सकता है।

संधिवा का घरेलू इलाज क्या है?

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका कोई ज्ञात इलाज नहीं है। लेकिन, कुछ घरेलू उपचार लक्षणों को कम करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं:

1. आहार:

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ: अपने आहार में एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि:
    • मछली (सैल्मन, टूना)
    • फल (चेरी, जामुन)
    • सब्जियां (ब्रोकोली, पालक)
    • जैतून का तेल
    • अदरक और हल्दी
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड: ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप इसे मछली के तेल की खुराक या अलसी के तेल से प्राप्त कर सकते हैं।
  • प्रोबायोटिक्स: प्रोबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

2. जीवनशैली में बदलाव:

  • नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम जोड़ों को मजबूत करने और लचीलेपन में सुधार करने में मदद कर सकता है। लेकिन, कम प्रभाव वाले व्यायाम चुनें, जैसे कि तैराकी या योग।
  • पर्याप्त आराम: पर्याप्त आराम करना महत्वपूर्ण है, खासकर जब आपके लक्षण भड़क रहे हों।
  • तनाव प्रबंधन: तनाव संधिवा के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इसलिए, तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करें, जैसे कि योग, ध्यान या गहरी सांस लेना।
  • वजन नियंत्रण: यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से जोड़ों पर तनाव कम करने में मदद मिल सकती है।
  • धूम्रपान छोड़ना: धूम्रपान संधिवा के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है और बीमारी की गंभीरता को बढ़ा सकता है।

3. गर्म और ठंडा उपचार:

  • गर्म चिकित्सा: गर्म चिकित्सा जोड़ों की अकड़न को कम करने और दर्द को दूर करने में मदद कर सकती है। आप गर्म स्नान, गर्म सेक या हीटिंग पैड का उपयोग कर सकते हैं।
  • ठंडी चिकित्सा: ठंडी चिकित्सा सूजन को कम करने और दर्द को सुन्न करने में मदद कर सकती है। आप आइस पैक या ठंडे सेक का उपयोग कर सकते हैं।

4. मालिश:

  • मालिश मांसपेशियों को आराम देने और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।

5. एक्यूपंक्चर:

  • एक्यूपंक्चर कुछ लोगों में दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

सावधानियां:

  • कोई भी नया उपचार शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
  • कुछ घरेलू उपचार दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकते हैं।
  • यदि आपके लक्षण खराब हो जाते हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि घरेलू उपचार चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं हैं। वे केवल लक्षणों को कम करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर स

संधिवा में क्या खाएं और क्या न खाएं?

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) एक सूजन संबंधी बीमारी है, इसलिए आपका खानपान सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यहाँ बताया गया है कि संधिव में क्या खाएं और क्या न खाएं:

क्या खाएं:

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ:
    • मछली (सैल्मन, टूना, सार्डिन): ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने में मदद करता है।
    • फल और सब्जियां (चेरी, जामुन, ब्रोकोली, पालक): एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन से भरपूर, जो सूजन से लड़ते हैं।
    • जैतून का तेल: स्वस्थ वसा सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
    • अदरक और हल्दी: प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड: सूजन को कम करने में मदद करता है। मछली के तेल की खुराक या अलसी का तेल भी ले सकते हैं।
  • प्रोबायोटिक्स: आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित कर सकता है।
  • कैल्शियम और विटामिन डी: हड्डियों को मजबूत रखने के लिए आवश्यक हैं। दूध, दही, पनीर, और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं।
  • साबुत अनाज: फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।

क्या न खाएं:

  • प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ: इनमें अक्सर उच्च मात्रा में चीनी, नमक और अस्वास्थ्यकर वसा होती है, जो सूजन को बढ़ा सकते हैं।
  • लाल मांस: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि लाल मांस सूजन को बढ़ा सकता है।
  • शर्करा युक्त पेय: सोडा और जूस जैसे शर्करा युक्त पेय सूजन को बढ़ा सकते हैं।
  • ट्रांस वसा: तले हुए खाद्य पदार्थ और प्रसंस्कृत स्नैक्स में पाए जाते हैं, जो सूजन को बढ़ा सकते हैं।
  • ग्लूटेन: कुछ लोगों में, ग्लूटेन सूजन को बढ़ा सकता है।
  • नाइटशेड सब्जियां: टमाटर, आलू, बैंगन और मिर्च जैसे नाइटशेड सब्जियां कुछ लोगों में दर्द को बढ़ा सकती हैं।
  • अत्यधिक नमक: नमक शरीर में पानी जमा कर सकता है, जिससे सूजन बढ़ सकती है।
  • शराब और धूम्रपान: यह संधिव के लक्षणों को और भी बड़ा सकते हैं।

अतिरिक्त सुझाव:

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें, क्योंकि अतिरिक्त वजन जोड़ों पर तनाव डाल सकता है।
  • अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से बात करें, ताकि वे आपके लिए एक व्यक्तिगत आहार योजना बना सकें।
  • अपनी डाइट में किसी भी प्रकार का बदलाव करने से पहले अपने डाक्टर से सलाह अवश्य ले लें।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हर व्यक्ति अलग होता है, और कुछ खाद्य पदार्थ दूसरों की तुलना में कुछ लोगों को अधिक प्रभावित कर सकते हैं। अपने शरीर को सुनें और देखें कि कौन से खाद्य पदार्थ आपके लक्षणों को बढ़ाते हैं या कम करते हैं।

संधिवा के जोखिम को कैसे कम करें?

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) के जोखिम को कम करने के लिए, आप कुछ जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं और कुछ सावधानियां बरत सकते हैं:

1. स्वस्थ वजन बनाए रखें:

  • अतिरिक्त वजन जोड़ों पर तनाव डालता है, जिससे संधिव का खतरा बढ़ जाता है।
  • नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार के माध्यम से स्वस्थ वजन बनाए रखें।

2. धूम्रपान छोड़ें:

  • धूम्रपान संधिव के विकास के जोखिम को बढ़ाता है और बीमारी की गंभीरता को भी बढ़ा सकता है।
  • यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ने के लिए डॉक्टर से मदद लें।

3. स्वस्थ आहार लें:

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ खाएं, जैसे कि मछली, फल, सब्जियां और जैतून का तेल।
  • प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, लाल मांस और शर्करा युक्त पेय से बचें।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोबायोटिक्स का सेवन करें।

4. नियमित व्यायाम करें:

  • नियमित व्यायाम जोड़ों को मजबूत रखने और लचीलेपन में सुधार करने में मदद करता है।
  • कम प्रभाव वाले व्यायाम करें, जैसे कि तैराकी, योग या चलना।
  • व्यायाम शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

5. तनाव प्रबंधन:

  • तनाव संधिव के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
  • योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करें।

6. पर्याप्त आराम करें:

  • पर्याप्त नींद लें और आराम करें, खासकर जब आपके लक्षण भड़क रहे हों।

7. संक्रमण से बचें:

  • कुछ संक्रमण संधिव के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
  • नियमित रूप से हाथ धोएं और बीमार लोगों से दूर रहें।

8. डॉक्टर से नियमित जांच कराएं:

  • यदि आपके परिवार में संधिव का इतिहास रहा है या आपको संधिव के लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से नियमित जांच कराएं।
  • शीघ्र निदान और उपचार से जोड़ों को नुकसान को रोकने में मदद मिल सकती है।

9. व्यावसायिक खतरों से बचें:

  • कुछ व्यवसायों में रसायनों या अन्य पदार्थों के संपर्क में आने से संधिव का खतरा बढ़ सकता है।
  • यदि आप ऐसे व्यवसाय में काम करते हैं, तो सुरक्षा उपायों का पालन करें।

10. आनुवंशिक परामर्श:

  • यदि आपके परिवार में संधिव का इतिहास रहा है और आप चिंतित हैं, तो आनुवंशिक परामर्श के बारे में डॉक्टर से बात करें।

सारांश

संधिवा (रूमेटाइड अर्थराइटिस) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से जोड़ों पर हमला करती है। यह बीमारी जोड़ों में दर्द, सूजन, अकड़न और विकृति का कारण बन सकती है। संधिव किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर 30 और 50 की उम्र के बीच शुरू होता है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में संधिव विकसित होने की संभावना अधिक होती है।

संधिवा के कारण:

संधिवा का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं है, लेकिन माना जाता है कि इसमें आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारकों का संयोजन शामिल है।

संधिवा के लक्षण:

  • जोड़ों में दर्द और अकड़न
  • जोड़ों में सूजन और लालिमा
  • जोड़ों में गर्मी
  • थकान
  • बुखार
  • भूख न लगना
  • वजन घटना

संधिवा का निदान:

संधिवा का निदान करने के लिए, डॉक्टर एक शारीरिक परीक्षण करेंगे, रक्त परीक्षण करेंगे और इमेजिंग परीक्षण कर सकते हैं।

संधिवा का उपचार:

संधिवा का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और अन्य उपचार लक्षणों को कम करने और जोड़ों को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। उपचार में शामिल हैं:

  • दवाएं: दर्द निवारक, एनएसएआईडी, डीएमएआरडी और जैविक दवाएं
  • भौतिक चिकित्सा: जोड़ों को मजबूत करने और लचीलेपन में सुधार करने के लिए व्यायाम
  • व्यावसायिक चिकित्सा: दैनिक कार्यों को करने के तरीके सीखने में मदद करने के लिए
  • सर्जरी: क्षतिग्रस्त जोड़ों की मरम्मत या बदलने के लिए

संधिवा के लिए घरेलू उपचार:

  • स्वस्थ आहार: एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ खाएं
  • नियमित व्यायाम: जोड़ों को मजबूत रखने के लिए
  • पर्याप्त आराम: लक्षणों को कम करने के लिए
  • तनाव प्रबंधन: लक्षणों को कम करने के लिए
  • गर्म और ठंडा उपचार: दर्द और सूजन को कम करने के लिए

संधिवा के जोखिम को कम करने के उपाय:

  • स्वस्थ वजन बनाए रखें
  • धूम्रपान छोड़ें
  • स्वस्थ आहार लें
  • नियमित व्यायाम करें
  • तनाव प्रबंधन करें
  • पर्याप्त आराम करें
  • संक्रमण से बचें
  • डॉक्टर से नियमित जांच कराए

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